राष्ट्रिय
शाहीन बाग में बैठी दादियों ने चुनावी ‘पाकिस्तान-परस्ती’ को फिर से पटखनी दे दी
SD24 News Network
जब मोदी और शाह लगभग बच्चे रहे होंगे, तब भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए थे. शाहीन बाग में बैठी उसी पीढ़ी की बूढ़ी दादियों ने चुनावी ‘पाकिस्तान-परस्ती’ को फिर से पटखनी दे दी है. ‘शाहीन बाग बनाम पाकिस्तान’ का एजेंडा मामूली नहीं था. इसे मजबूत सरकार के पीएम और गृहमंत्री ने सेट किया था.
शाहीन बाग का अपमान हिंदुस्तान का अपमान था. शाहीन बाग मिनी इंडिया है. कौसर दादी धरने पर हैं, तो बल्लू चाय पिला रहा है, बिंद्रा जी अपना फ्लैट बेचकर सबको खाना खिला रहे हैं, रामपाल और रहीम खान मिलकर व्यवस्था देख रहे हैं. इस मिनी इंडिया को आप पाकिस्तान कह रहे थे. चुने हुए सीएम को आतंकवादी बता रहे थे. जनता ने जवाब दे दिया है.
सियासत के लिए चालें चलिए, अच्छी बात है, लेकिन अंधे होकर हिंदुस्तान के दामन पर खोपड़ी मत मारिए. खोपड़ी ही टूटेगी.
Krishna Kant