SD24 News Network
NPR, NRC राजीव गांधी ने लाया, जब असदुद्दीन ओवैसी नहीं था जो तुम्हे चिल्ला चिल्ला कर आगाह करे
NPR में D लगाने के जिस कानून को आप अब हटवाने के लिए ज़ोर लगाये हुए हैं वह कानून 2003 का है । अब आप यह जानें के 2003 में लोकसभा और राज्यसभा ने NPR और NRC और नागरिकता का यह कानून सर्वसम्मति से पारित किया था। नागरिकता देने का कानून जन्म कीजगह पूरी तरह से खानदानी हो गया ,शुरुआती काम राजीव गांधी ने किया था।
सोचिये 2003 में तो राज्यसभा में वाजपेयी का बहुमत भी नहीं था। ताज्जुब की बात यह है के कांग्रेस और अन्य बहुजन /समाजवादी पार्टियों ,सोनिया गांधीयों के इलावा आप की महान पार्टी राजद यानि लालू यादव ने भी इस कानून को पक्ष में वोट किया । पर अब यह सारे लोग ऐसे मासूम बन रहे एनपीआर पर जैसे इन्होंने तो कुछ किया ही नही था। ‘गुलाम कांग्रेस आज़ाद’ और कपिल सिब्बल आप के सबसे बड़े खैरख्वाह बन के बात कर रहे हैं।
इसकी वजह समझिये क्यों उस वक़्त आप के क़त्ल की तैयारी की गयी पर आप को भनक तक नहीं लगी? उस वक़्त असउद्दीन ओवैसी साहब नहीं थे जो आप को चिल्ला चिल्ला के जगा पाते । आज इक्का दुक्का ही सही पर हमारी वॉइस है ,फिर सोशल मीडिया है जिसके वजह से आरएसएस और कांग्रेस एवं अन्य सेक्युलर दलों की मिली भगत अब छुपती नहीं।
अपनी कयादत की अहमियत ,दुसरों का भरोसा छोड़ के खुद आगे बढ़ के मुकाबला करने की अहमियत को समझिये । अख्तादार में जितना जगह बना सकते हैं बनाना होगा । यह सेक्युलर दल आप का क़त्ल कर देंगे और उस का भी एहसान जताएंगे के जिस वक़्त तुम को कोई ज़बह करने के लिए छूने को तैयार नहीं था हमने किया ।
हमारी हक़ीक़ी तस्वीर
एक बादशाह ने बहुत बड़ा बर्तन बनबाया और लोगों को हुक्म दिया कि हर कोई एक गिलास दूध इस बर्तन में डाले लोग ज़ौक़ दर ज़ौक़ आते रहे और अपने अपने गिलास बर्तन में उडेलते रहे सुबह बादशाह ने देखा बर्तन पानी से भरा हुआ है। तहक़ीक से पता चला कि सबने ये सोच कर पानी का गिलास उडेंला कि बाक़ी लोग तो दूध ही डाल रहे होंगे उसका एक गिलास पानी का पता ही नहीं चलेगा। लिहाज़ा पूरी आबादी ये सोच कर ख़तरात से बेख़बर और मस्त है कि बाक़ी लोग मुल्क बचा लेंगे मैं शामिल न हुआ तो क्या फर्क़ पड़ेगा। कश्ती डूबने को है मुर्दा क़ौम सो रही है!