राष्ट्रियलाइफस्टाइल
आजम खां को मौत के मुंह में धकेलने की साजिश में अखिलेश यादव भी योगी सरकार के साथ शामिल हैं
SD24 News Network – आजम खां को मौत के मुंह में धकेलने की साजिश में अखिलेश यादव भी योगी सरकार के साथ शामिल हैं.
आज़म खान जो इस वक़्त कॅरोना संक्रामित है, और उन्हें सीतापुर जेल से दोबारा गम्भीर हालात में मेदान्ता हॉस्पिटल लखनऊ में एडमिट किया गया हैं । जैसा कि हम और आप सभी जानते ही हैँ कि 26 फरवरी 2020 से आजम खान अनगिनत फ़र्ज़ी मुकदमों में जेल की सलाखों के पीछे हैं
आज़म खान जहाँ एक तरफ मौजूदा सरकार की दमनकारी नीतियों का शिकार हैं, वहीं दूसरी तरफ वह अपनी ही पार्टी की अनदेखी के शिकार है । आज़म खान के कोरोना से पूरी तरह स्वस्थ न होने के बावजूद, योगी सरकार ने आजम खां को जबरदस्ती डिस्चार्ज करके बापिस सीतापुर जेल भेज दिया ।
आजम खां के साथ 8 बार विधायक व मौजूदा सांसद होने के बाद भी अमानवीय सलूक किया जा रहा है । समाजवादी पार्टी उनकी जमानत या पैरोल का कोई प्रयास नही कर रही है । सपा की अनदेखी का इससे बड़ा उदाहरण और क्या होगा कि आजम खां से जुड़े सवाल पूछने पर, लखनऊ और मुरादाबाद में अखिलेश यादव ने पत्रकारों को पिटवाया था ।
बकरीद के मौके पर सपा मुख्यालय के बाहर लगे हॉर्डिंग से आजम खां की तस्वीर गायब है, जो साबित करती है कि मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव ने आजम खां को जितना इस्तेमाल करना था, वो कर चुके है ।
अपनी ज़िंदगी के 30 साल का महत्वपूर्ण वक़्त मुलायम सिंह यादव जी के साथ समाजवादी पार्टी में लगाने के बाद भी आज उनकी रिहाई के लिये समाजवादी पार्टी कोई कोशिश नहीं कर रही है ना कोई धरना प्रदर्शन न कोई आंदोलन न कोई संघर्ष ।
ताज्जुब है कि अखिलेश यादव की अनदेखी के साथ साथ सपा के वह मुस्लिम नेता भी चुप हैं । जो एमपी और एमएलए आज़म खान की बजह से बने । सपा के मुस्लिम नेता भी जान लें जो सपा आज़म खान की नही हुई व किसी भी छोटे बड़े मुस्लिम नेता व आम मुसलमान की नही हो सकती ।
सपा के नेता मुझे पूरी ईमानदारी से बताओ आज़म खान साहब की जगह मुलायम सिंह यादव जी के परिवार का कोई सदस्य जेल में होता तो क्या पूरी समाजवादी पार्टी सड़कों पर ना होती ज़रूर होती ?
मगर अखिलेश यादव व सपा नेताओं ने योगी सरकार के इस मानवता विरोधी व्यवहार का कोई विरोध नहीं किया । उन्होंने आजम की रिहाई के लिए कोई आंदोलन नहीं किया । इस तरह आजम खां को मौत के मुंह में धकेलने की इस साजिश में अखिलेश यादव भी योगी सरकार के साथ शामिल हैं । अगर आजम खां के साथ कोई अनहोनी होती है तो इतिहास अखिलेश यादव को धोखेबाज और अपराधी के रूप में याद करेगा । शाहनवाज आलम ने कहा कि आजम खां के बजाय मुलायम सिंह यादव और रामगोपाल यादव को भ्रष्टाचार के लिए जेल होनी चाहिए थी लेकिन आजम खां को यादव और संघ परिवार ने मिलकर बलि का बकरा बना दिया और उनको जेल भिजवा दिया । निश्चित ही आज़म खान की अनदेखी का जबाब मुस्लिम समुदाय 2022 में देगा
एहतेशाम कुरेशी प्रदेश सचिव सेवादल उत्तर प्रदेश कमेटी
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