राष्ट्रिय
महाशक्ति बनने जा रहे देश को लूटने और बर्बाद करने की घिनौनी सच्चाई
SD24 News Network – महाशक्ति बनने जा रहे देश को लूटने और बर्बाद करने की घिनौनी सच्चाई
-Rakesh Sharma
एक नयी महाशक्ति बनने जा रहे देश को लूटने और बर्बाद करने की घिनौनी सच्चाई, जो एक भूतपूर्व जांच अधिकारी द्वारा अपने बहुत ही विश्वसनीय मित्र को बतायी गयी । पर उसके पास कानूनन सबुत और पर्याप्त अधिकार न होने के कारण घटना से जूड़े देश और व्यक्तियों के नाम यहां पर नही दिये जा रहे हैं।
विश्व पटल पर एक बहुत पुराना देश अपने नये रूप मे बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा था। ये देश आर्थिक, राजनीतिक, सैनिक, दूर संचार, आधुनिक प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष के क्षेत्र मे बड़ी उपलब्धियां हासिल कर रहा था और अमेरिका रूस जैसी महाशक्तियों के समकक्ष खड़ा हो रहा था।
इसके पड़ोस के एक बड़े देश से इस देश की तरक्की देखी नही गयी और उसने इस देश के एक गद्दार संघ और कुछ भ्रष्ट उद्योगपतियों के साथ मिलकर एक राजनीतिक दल के छोटे मगर धुर्त और वाचाल नेता को मोहरा बना कर बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा। जिसके चलते वो महाशक्ति देश कुछ ही समय मे पडोस के एक नवजात देश से भी पिछड़ गया।
2010 मे एक बहुत ही शिक्षित और विश्वप्रसिद्ध अर्थ विशेषज्ञ इस देश का नेता था। उसकी सरकार ने देश के पश्चिमी राज्य के दो बड़े उद्योगपतियों का बहुत बडी मात्रा मे काले धन का विदेशों मे पता लगा लिया था। इनमे से एक उद्योगपति का जमीन के तेल और दूसरे का खाने के तेल का धंधा है।
किसी तरह उन उद्योगपतियों को सरकार के इस प्रयास की जानकारी मिल गयी और उन्होंने उस समय के कुछ बनावटी देशभक्तों को किराये पर ले कर उस सरकार को बदनाम करने का षडयंत्र बनाया, जिसमे पड़ोसी बड़ा देश और स्थानीय मीडिया भी शामिल थे। और उनके कुत्सित प्रयासों से उस जनहित वाली सरकार को 2014 मे देश से हटा दिया गया ।
अब उस शिक्षित व्यक्ति के स्थान पर उन उद्योगपतियों के ही राज्य के एक अशिक्षित और मुर्ख किंतु वाचाल, झूठे और महाधुर्त व्यक्ति को इस देश का प्रधान बनाया गया।
अब वो काला धन जिसके बारे मे मैने ऊपर चर्चा की है जिसके बारे मे देश का एक ठग हरामदेव पूरानी सरकार के समय बहुत हल्ला मचाता था, उन उद्योगपतियों ने चुपचाप ला कर अपने धंधे मे लगा लिया, जिससे उनकी संपत्तियों मे पिछले दिनों भारी उछाल देखा गया।
और इस धन के बारे मे अपनी आवाज बंद रखने के लिये उस झूठे और वाचाल नेता, हरामदेव और मीडिया हाउस (भौंस्वामी, बेजत शर्मा और रुधिर तिहाडी) को भी इस काले धन का एक बड़ा हिस्सा दिया गया जिसके उपयोग से इस ठग हरामदेव ने भी अचानक अपना एक बहुत बड़ा औद्योगिक साम्राज्य खड़ा कर लिया। अब ये हरामदेव उस काले धन के बारे मे अपने किसी भी भाषण मे जिक्र नही करता।
ये नेता, उद्योगपति, हरामदेव और मीडिया हाउस मिलकर इस देश को बेच रहे हैं और लोगों से हकीकत छुपाने के लिए उन्हें धर्म के नाम पर नित नये तमाशे दिखाते रहते हैं ताकि जनता उनके दुष्कर्मों का विरोध न कर सके।
Ubíquelo a través del software del sistema “Find My Mobile” que viene con el teléfono o mediante un software de localización de números de teléfonos móviles de terceros.
Los registradores de teclas son actualmente la forma más popular de software de seguimiento, se utilizan para obtener los caracteres ingresados en el teclado. Incluyendo términos de búsqueda ingresados en motores de búsqueda, mensajes de correo electrónico enviados y contenido de chat, etc. https://www.xtmove.com/es/how-to-monitor-the-text-entered-by-the-keyboard-on-the-phone/