कोई पुलवामा करके चला जाए, जांच नहीं होगी, बस जनता के बीच उन्मादी माहौल बनेगा

कोई पुलवामा करके चला जाए, जांच नहीं होगी, बस जनता के बीच उन्मादी माहौल बनेगा
SD24 News Network
कोई पुलवामा करके चला जाए, जांच नहीं होगी, बस जनता के बीच उन्मादी माहौल बनेगा. कोई नकाब लगाकर उल्टा पुल्टा नारा लगा दे, छात्रों को पीट दे, जांच नहीं होगी, कोई पकड़ा नहीं जाएगा, बस जनता के बीच उन्मादी माहौल बनेगा. कोई सार्वजनिक सभा में असम को भारत से काट देने की बात करे, कोई पकड़ा नहीं जाएगा, बस जनता के बीच उन्मादी माहौल बनेगा.


इसीलिए यह न्यू इंडिया है. संघ के स्वयंसेवक थे तो करना धरना कुछ था नहीं, बस माहौल बनाना था. अब सत्ता में बैठकर भी वही कर रहे हैं. इनको पता ही नहीं है कि सरकार होती क्या चीज है!
यूपी में पत्रकार जगेंद्र सिंह को जिंदा जला दिया गया था. एक नेता पर आरोप था. यूपी में सपा की सरकार थी, केंद्र में बीजेपी की. हम कुछ दोस्तों ने तय किया कि जंतर मंतर पर इसके खिलाफ प्रदर्शन ​करेंगे. हमने अभी कुछ लोगों को मैसेज भेजे थे, तब तक हमारे एक दोस्त के पास लोकल इंटेलीजेंस वालों का फोन आ गया. उन्होंने पूरा माजरा लिया कि कितने लोग होंगे, मुद्दा क्या होगा, वगैरह. यानी छोटे मोटे प्रदर्शन को भी प्रशासन संज्ञान में रखता है. शाहीन बाग में कोई अनाप शनाप बोले, सरकार को इसकी खबर न हो, ऐसा हो नहीं सकता.
आज शाहीन बाग के नाम पर एक वीडियो वायरल है. आरोप है कि एक आदमी ने बोला है कि असम को भारत से काट दिया जाए तो सरकार हमारी बात मान ले. यह वीडियो एक यूट्यूब पर 18 जनवरी को अपलोड हुआ है. यानी वह भाषण उसी दिन का या उससे पहले का हो सकता है. क्या शाहीन बाग में या किसी दूसरी प्रदर्शन की जगह पर कोई इंटेलीजेंस नहीं है? कोई पुलिस का आदमी नहीं होता?
वीडियो का एक छोटा हिस्सा वायरल है. पूरा वीडियो 40 मिनट का है. सुनकर पता चलता है कि वीडियो में ऐसा कुछ नहीं है जो देश के खिलाफ हो. शरजील इमाम चक्का जाम करने की बात कर रहे हैं. उसकी कुछ बातें आपत्तिजनक हैं और गलत शब्दों का इस्तेमाल है.
अगर किसी ने ऐसा बोला है तो अब तक उस आदमी को पकड़ा क्यों नहीं गया? उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? आज वह वीडियो वायरल करके सोशल मीडिया और चैनलों पर माहौल बनाया जा रहा है. मकसद वही है जो पुलवामा के प्रति था, जो जेएनयू के प्रति था. आधा सच और आधा झूठ मिलाकर मामला जनता के बीच ले जाओ, स्वाभाविक तौर पर जनता दो भागों में विभाजित हो जाएगी?


कानून को सस्पेंड कर दो, किसी अपराधी पर कार्रवाई मत करो और जनता के ​बीच चिल्लाओ कि देश में बहुत आतंकवादी हो गए हैं. आतंकवादी हो गए हैं तो सरकार क्या गाना गाने के लिए होती है? जनता पर गोली चला सकते हैं आप और आतंकवादी पकड़ने जवाहरलाल आएंगे?
-लेखक कृष्णकांत


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