राष्ट्रिय
एक और सड़क हादसा, 24 मजदूरों की मौत, एक हफ्ते में 32 कई गयी जान
SD24 News Network
कोई “भूख” से मर रहा है कोई “रेल” की पटरी पर कट के मर रहा है तो कोई “सड़क” पर मर रहा है, लेकिन हर जगह सिर्फ़ “मज़दूर” मर रहा है, सरकार कभी नहीं मरती, क्यूँ कि उसका “ज़मीर” मर गया है.
कोई “भूख” से मर रहा है कोई “रेल” की पटरी पर कट के मर रहा है तो कोई “सड़क” पर मर रहा है, लेकिन हर जगह सिर्फ़ “मज़दूर” मर रहा है, सरकार कभी नहीं मरती, क्यूँ कि उसका “ज़मीर” मर गया है.
कोरानावायरस की वजह से लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन प्रवासी मजदूरों के लिए मुश्किलों का सबब बन गया है. मीलो लंबे रास्तों का सफर खुद तय करने निकले प्रवासी मजदूर बड़े पैमाने पर सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं.आज ही के दिन उत्तर प्रदेश में दूसरा सड़क हादसा सामने आया है, जिसमें दंपत्ति की मौत हो गई है. देश में 12 घंटों के भीतर यह तीसरी दुर्घटना है, तीनों घटनाओं को मिलाकर देखें तो अब तक 32 लोगों की मौत आज की तारीख में हो चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर रुप से घायल हैं.
लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर एक टेंपों, ट्रक की चपेट में आ गया. जिससे दंपत्ति की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार परिवार टेंपों से हरियाणा से बिहार जा रहा था. आगरा में टेंपों की ट्रक से जोरदार भिड़ंत हो गई, जिसे पति पत्नी की मौत हो गई. उनका 5 साल का मासूम बच्चा भी है. बता दें कि अशोक (35 वर्षीय) हरियाणा के झज्जर में रहकर ऑटो चलाते थे, लॉकडाउन के कारण परिवार बिहार के दरभंगा जा रहा था.
इससे पहले उत्तर प्रदेश के औरैया में आज तड़के साढ़े तीन बजे ट्रकों की भिड़ंत में 24 मजदूरों की मौत हो गई है और 40 के आसपास लोग घायल हो गए हैं. इस पूरे एक्सीडेंट को लेकर जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक दिल्ली से आया एक ट्रक ढाबे पर खड़ा था. उसमें कुछ मजदूर चाय पीने के लिए नीचे उतर गए थे और कुछ बैठे थे. ये सभी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के रहने वाले थे. इसी बीच फरीदाबाद से आ रहा एक दूसरा ट्रक जिसमें 80 मजदूर थे, पीछे से दिल्ली वाले ट्रक पर टक्कर मारकर पलट गया. फरीदाबाद वाले ट्रक में बोरियां लदी थीं और इसमें झारखंड, बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूर बैठे थे. इन्हीं बोरियों के नीचे कई मजदूर दब गए और जब तक इनको निकाला जाता इनमें से कइयों की जान चली गई. औरैया में हुए इस भीषण सड़क हादसे पर पीएम मोदी ने कहा, ‘सड़क दुर्घटना बेहद ही दुखद है.