हम यहाँ बात करेंगे काबा के बारे में एक साइंटिफिक तथ्य की….ये आपने जरूर सुना होगा कि काबा के ऊपर सेे कोई भी परिंदा या हवाई जहाज या हेलीकाप्टर गुजर नहीं सकता है, इसकी हकीकत क्या है..क्या आप जानते हैं ? जी हां दोस्तों आज हम इसी के बारे में बात करेंगे अगर आप भी इसकी हकीकत जानेंगे तो आप भी हैरान हो जाएंगे। अमेरिकन जहाज़ भी काबा के ऊपर से उड़ान भरने में नाकाम रहे.
कुरआन में लिखा है- खाना ए काबा हजरत इब्राहिम से लेकर आज तक आपने जिस रोशनी के बारे में सुना है वह रोशनी खाने काबा से निकलती हुई सीधे सातवें आसमान को चीरती हुई ऊपर तक जाती है।जहां बैतूल मामूद है।कहते है कि बैतूल मामूद फरिश्तों का खाना ए काबा है। और हर रोज 70000 फरिश्ते उस काबे का तवाफ करते हैं।
काबा दुनिया के बीचो बीच में है- जमीन पर बनाया गया खाना ए काबा हूबहू उसी खाना ए काबा की तस्वीर है।जिसको बनाने का हुक्म अल्लाह ने दिया था।साइंटिफिक रिसर्च के अनुसार खाना ए काबा बिना किसी शक व सुबह के पूरी धरती का सेंटर है यानी कि यह भी जमीन पर है। और बीचों बीच में होने की वजह से जमीन के गुरुत्वाकर्षण यानी कि ग्रेविटी का सेंटर भी यही है और यही तो खासियत है जो खाने काबा को बाकी जगहों से अलग बनाती है.
गुरुत्वाकर्षण का सेंटर होने के कारण यहां चुंबकीय आकर्षण पाया जाता है यही वजह है कि इसके ऊपर से कोई भी चीज उड़कर नहीं जा सकती है अगर आप अपने हाथ में एक चुंबक का टुकड़ा लें और इस पर कोई चीज आकर्षित करें तो यह किसी भी चीज को बीचो बीच में आकर्षित नहीं करता है या तो वह दाई ओर चिपकता है या बाई ओर।
यही होता है खाना ए काबा के साथ चुंबकीय आकर्षण होने के कारण कोई भी चीज दाएं या बाएं ओर ही रह जाती है जो बीच में नहीं आ सकती है। यही वजह है कि आज तक कोई भी परिंदा हवाई जहाज या हेलीकाप्टर को खाना ए काबा के ऊपर के उड़ते हुए नहीं देखे गए लेकिन सबसे ख़ास वज़ह ये है- सऊदी अरब की हुकुमत ने काबा को नो फ्लाई जोन में रखा है और अगर कोई प्लेन इसके ऊपर से उड़ता है फिर उसे मारकर गिरा देने का आदेश है. सऊदी हुकुमत ने अपने आदेश में कहा है, विमान चाहे गलती से उड़ा हुआ हो या फिर अमेरिका जैसी सुपर पॉवर का चाहे क्यूँ ना हो.इस वज़ह से मुस्लिमो की सबसे मुक़दस ज़गह काबा में कोई विमान ऊपर से नही उड़ सकता है…
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