अंतरराष्ट्रीय
सम्पूर्ण यूरोप में काबिले तारीफ है तुर्की राष्ट्रपति एर्दोगन का योगदान -WHO
SD24 News Network
टर्की में लॉकडाउन के दौरान मस्जिदें सुपरमॉल में बदल गईं गुपचुप “जो देना चाहो दे जाओ – जो लेना चाहो ले जाओ” की तर्ज़ पर मदद करने का नायाब तरीक़ा। अफसोस है कि हमारे अपने यहां तो मस्जिदों में जूता चप्पल भी छिपाना पड़ता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) चीफ़ टेड्रोस ने कोरोनो वायरस हिट देशों के साथ “मिसाली” एकजुटता दिखाने के लिए तुर्की की प्रशंसा की, जबकि उनके शीर्ष सहयोगी ने कहा कि तुर्की में बड़े पैमाने पर आपदा प्रबंधन है और अन्य देशों को मदद देने की पेशकश में इसका बहुत बड़ा इतिहास रहा है
WHO प्रमुख ने कहा, “मैंने तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन की भी तारीफ की, उनके योगदान के लिए जिसकी शुरुआत उन्होंने पड़ोसी देशों से की और उससे भी आगे भी जैसा कि अन्य देशों को भी ज़रूरी मेडिकल आपूर्ति की है। उन्होंने कहा कि यह “एकजुटता का सिद्धांत” है जैसा कि WHO ने महामारी से लड़ने के लिए कहा था
उन्होंने आगे कहा,”इसलिए मैं राष्ट्रपति एरडोगान के योगदान की सराहना करता हूं। और यही हमें आगे भी करते रहना चाहिए। अपनी सीमाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए हमें उन लोगों की भी मदद करना चाहिए, जिन्हें हमारी मदद की जरूरत है।”
टेड्रोस ने कहा कि “तुर्की और तुर्क परिषद के जो अन्य देश के साथ कर रहे हैं, वह वास्तव में एक मिसाल है। और मुझे उम्मीद है कि सभी देश एकजुटता के सिद्धांत का पालन करेंगे और इस अदृश्य लेकिन खतरनाक दुश्मन से एक साथ लड़ेंगे।
वहीं WHO हेल्थ इमर्जेंसी के CEO डॉ० माइक रेयान ने कहा कि “बड़े पैमाने पर आपदा प्रबंधन में तुर्की का बहुत बड़ा इतिहास है, और इसने अतीत में कई सबक सीखे हैं, खासकर भूकंप से” रेयान ने आगे कहा, “प्राकृतिक आपदाओं और बड़े पैमाने पर जनसंख्या आधारित आपदाओं से निपटने के लिए तैयार यूरोपीय महाद्वीप पर तुर्की से बेहतर शायद कोई देश नहीं है।”
उन्होंने कहा कि “तुर्की में लोग अधिक असुरक्षित हैं, विशेष रूप से शरणार्थी और प्रवासी उन्होंने कहा जैसे तुर्की ने पिछले कई वर्षों से किया है वैसे ही वैश्विक समुदाय को अब जरूरत है, आपदाओं में देखभाल करने के लिए, एकजुटता की पेशकश करने की।”
रेयान ने कहा कि “अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर जिम्मेदारी आयद होती है कि वह भी इस के बदले में मदद की पेशकश करें जब तुर्की को संकट का सामना करना पड़े।”
वाजेह रहे, तुर्की ने कोरोना के खिलाफ जंग तेज रखने, इस महामारी से निपटने के लिए 34 मुल्कों की मदद की है और यह मदद अभी जारी है जिनमें मेसिडोनिया, लेबनान, ट्यूनीशिया, अलमानिया, लीबिया ईरान समेत अन्य यूरोपीय देश ब्रिटेन (UK), इटली, स्पेन आदि शामिल हैं।
दुनियाभर में इंसानियत की ख़िदमत में मिसाली किरदार अदा करने वाले हर दिल अज़ीज़, उम्मते मुस्लिमा के शेर तुर्की के सदर रजब तैय्यब एरडोगान को
दिल की अमीक गहराइयों से सलाम
-Luqman Hakeem
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