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Corona Virus एक साजिश, अफवाह के बाजार में देश की दुर्दशा
SD24 News Network
Corona Virus एक साजिश, अफवाह बाजार में देश की दुर्दशा
मीडिया Corona Virus से डरा रही है लेकिन लोग इस कान से सुन दूसरे कान से निकाल दे रहे हैं।
केवल कोकरोच से डरने वाले ही कोरोना से डर हैं।
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संपादकीय : टीबी से देश में 3 मिनट में दो मौतें, एक मिनट में 10 किसान आत्महत्या करते हैं लेकिन देश में सबसे ज्यादा चर्चा Corona Virus की हो रही है। यह Corona Virus वुहान शहर में पैदा हुआ था और हजारों चीनी लोगों को Corona Virus ने यमलोक भेजा, हर देश अपने देश में आने वाले प्रत्येक नागरिक की जांच करने के लिए एक अभियान चला रहा हैत कटिबंधों में आ रहा है, वैज्ञानिको की माने तो देश में संभावना नहीं है कि कोई Corona Virus का पीड़ित होग। देश में कोई भी मरीज संक्रमित नहीं मिला, लेकिन केवल Corona Virus के कारण देश में 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। भेड़ों का रवैया भारतीय मानस का एक अभिन्न अंग है, बौद्धिक ईमानदारी के बिना, झुंड जहां भी अफवाह को शाश्वत और सत्य बनाने के लिए जाता है ।
नुकसान के एहसास करने का समय आ गया है। हमें इसकी चिंता करनी चाहिए की अफवाह ना फैलें । यदि होती है तो उसपर ध्यान नहीं दिया जाएगा । चार लोग एक जगह पर ना आये कहने वाले प्रधानमंत्री मोदी और पहली बार देश मोबाइल कंपनियों द्वारा खांसी की डायलर टोन लगाना। यही कारण है कि Corona Virus हमारे देश की दुर्दशा बन गया है।
Corona Virus नाम का एक वायरस आया और दुनिया को चौंका दिया, चीन के एक चुनिंदा हिस्से को छोड़कर जहां वायरस पैदा हुआ था। सभी जगह लेनदेन, व्यापर सुचारू हैं, लेकिन भारत को एक बड़ा झटका लगा, बावजूद इसके की एक भी मरीज Corona Virus से मरा नहीं। देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि चार लोगों को एक साथ मिलने से बचना चाहिए, यह कहते हुए कि मोबाइल कंपनियां इस तरह के संदेश दे रही हैं । एक डॉक्टर ने कहा, “Corona Virus कम और अफवाहे तेजी फैल रही है।”
परसों एक अफवाह थी कि महाराष्ट्र के सिरसाला गाँव में Corona Virus का मरीज मिला । जिसके बाद जिला प्रशासन ने काम करना शुरू कर दिया । फिर प्रशासन को पता चला की वह महज एक अफवाह थी । इस अफवाह के पीछे कौन है और किसके दिमाग की उपज है, क्या यह हमारी व्यवस्था का दुर्भाग्य है कि जिला प्रशासन ने आधे दिन के लिए एक अफवाह पर काम किया?
कई किसान जो पोल्ट्री व्यवसाय कर रहे हैं, वे खुद को वित्तीय कठिनाई में पाते हैं, झूठी अफवाहों के कारण अरबों रुपये का नुकसान हुआ, क्योंकि आप इस अफवाह पर विश्वास करते हैं। आम किसान पोल्ट्री व्यवसाय खेत के पूरक के रूप में करता है, साथ ही मवेशी और भेड़ भी पालता है । वह थोड़ी मात्रा में पशुधन के साथ एक डेयरी व्यवसाय भी करता है, इससे बहुत अधिक धन नहीं निकलता है, लेकिन वह आजीविका के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। पहले से ही, अधिक या कम बारिश के कारण किसानों को परेशानी होती है, कभी फसलें होती हैं और कभी पानी नहीं होता है।
एग्री बिजनेस इस संकट का सामना करने की पूरी कोशिश करता है, लेकिन यह भी इस अफवाह से ग्रस्त है । और हम इसके लिए जिम्मेदार हैं । क्योंकि हम अफवाह को सच मानते हैं। मुंबई में चार और पुणे में दो Corona Virus संदिग्ध मरीज हैं। पुणे से रिपोर्ट आज आएगी। तो कुछ इसे समझेंगे। इसलिए किसी व्यक्ति को डरने की जरुरत नहीं ।
राज्य में छह लोग निगरानी में हैं और 146 लोग अब तक रिहा हो चुके हैं। मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अब तक 551 विमानों के 65 हजार 621 यात्रियों का निरीक्षण किया गया है। आगरा में Corona Virus रोग के अनुबंध वाले एक परिवार की रिपोर्ट नकारात्मक आई है। वह वर्तमान में एक डॉक्टर की देखरेख में है।
आगरा का कपूर परिवार 25 फरवरी को इटली से लौटा। तभी से वे असहज महसूस कर रहे थे। वे इलाज शुरू करते हैं। उन्हें पुणे की लैब में भी भेजा गया। वे रिपोर्ट निगेटिव आईं। फिर पूरे देश में हमने सिर्फ अफवाह पर काम किया। Corona Virus के संदर्भ में एक अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ साइबर अपराध का मामला दर्ज किया गया है। इस अफवाह से देहात का आर्थिक उफान ही बिखर गया है।
मुखौटों (Mask) की बढ़ी हुई दर और एक दिन में लोगों की हड़बड़ाहट हमारे मानस के दिवालियापन को साबित कर रही है। आपको यह भी विचार करना चाहिए कि क्या कुछ मीडिया Corona Virus को आगे बढ़ाकर आपके एजेंडे का तोड़ रहे हैं। आपको मुख्य मुद्दों से हटा रहे है, घ्यान भटका रहे ई । अमेरिकी कंपनियों द्वारा अफवाहों के कारण किसानों को 600 करोड़ के करीब नुकसान हुआ है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारी सरकार इस बारे में गंभीर नहीं है और देश में इस तरह की अफवाहों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है।
Corona Virus अफवाह से कौन कौनसे मुद्दे हुए स्क्रीन से गायब ?
देश की बैंकों का कर्ज डूबा कर देश को आर्थिक नुक्सान पहुंचाने वालों की चढ़ा बंद हो गयी है । जानिये बड़े डिफाल्टर 01. रिलायंस ग्रुप – अनिल अंबानी – 1.25 लाख करोड़, 02 वेदांत ग्रुप – अनिल अग्रवाल – 1.03 लाख करोड़, 03. आयशर ग्रुप – रीवी ब्रदर – 1.01 लाख करोड़04.. अदानी ग्रुप – गौतम अदानी – 96,31 करोड़, 05. जेपी ग्रुप – मनोज गौर – 75,163 करोड़, 06. जे एस डब्ल्यू – सज्जन जिंदाल – 58,171 करोड़, 07. जी एम आर ग्रुप – जी एम राव -47,976 करोड़, 08. लिनी ग्रुप – एल मधुसूदन राव 47,102 करोड़, 09. व्हिडीओकोन ग्रुप – वेणुगोपाल धूत – 45,405 करोड़, 10. भूषण पावर स्टील – बृज भूषण सिंगाल 97,248 करोड़, 11. जी व्ही के ग्रुप – रेड्डी – 33,933 करोड़, 12. अलोक इंड – सुरिंदर कुमार भून – 22,075 करोड़, 13. अमितेक ऑटो- अरविंद दरम -14,074 करोड़, 14. मुनीत एनर्जी – संदीप जीजोदिया – 12,115 करोड़, 15. इलेक्त्रीस्तील – उमंग केजरीवाल 10,273 करोड़, 16. एरा इन्फा इंज्नियारिंग – एच एस भरण 10,065 करोड़, 17. ए बी जी सीपी – रिशी अग्रवाल – 6,953 करोड़, 18. ज्योती स्ट्रीकटेरेस – संदेश डी . क्षीरसागर – 5,165 करोड़,
दिल्ली दंगा और मुख्य आरोपी
Corona Virus की अफवाह ने दिल्ली दंगो के मुख्य आरोपी और सरकार पर उठ रहे सवालों को स्क्रीन से गायब कर दिया साथ ही दुनियाभर में सरकार के संविधान विरोधी कानून CAA और NRC, NPR के आन्दोलन कमजोर पड़ गए या तो उनकी हर्चा को दबाया गया. जांच एजंसियों द्वारा गिरफ्तार पाकिस्तानी एजंट जो भारत की खुफिया जानकारी दुश्मन मुल्क पकिस्तान को पहुंचाते थे उनकी खबरे गायब. ऐसे कई सारे मुद्दे है जो जनता से भुलाए गए और Corona Virus मत्थे चढ़ गया.
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