अमरावती : आँध्रप्रदेश के अनंतपुर से दिल दहलादेने वाली ख़बर आरही है. जहा दो बच्चियों ने भूक मिटानें के लिए मिट्टी खाने की खबर आई है. मिट्टी खाने वाले बच्चों का नाम संतोष और वेन्नेला है. 3 साल का संतोष और 3 साल की वेन्नेला मौसेरे भाई-बहन हैं. इन दोनों बच्चों के माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक वेन्नेला अपनी मौसी नागमणि के घर रह रही थी. खाना न मिलने के कारण दोनों बच्चे मिट्टी खाने के आदी हो गए थे. एक अंग्रेज़ी वेब पोर्टल के मुताबिक संतोष की मौत 6 महीने पहले हो गई थी जबकि उसकी बहन वेन्नेला की मौत 28 अप्रैल को हो गई. पड़ोसियों का कहना है कि दोनों की मौत भूख के चलते मिट्टी खाने से हुई है.
जिले के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी केवीएनएस अनिल कुमार ने बताया, ”दोनों के माता-पिता काम की तलाश में बच्चों को दादी के पास छोड़ देते थे जहां उनकी ठीक से देखभाल नहीं हो पाती थी. उन्होंने बताया कि बच्चों का पोस्टमार्टम तो नहीं किया गया लेकिन ये तय है कि उनकी मौत भूख और कुपोषण से ही हुई है.”
मरने वाले बच्चो के आस पास रहने वाले लोगों का कहना है कि ” ये परिवार काफी गरीब था और उनके पास कभी-कभी खाने को कुछ भी नहीं होता था. इस परिवार के पास राशन कार्ड भी नहीं था क्योंकि आधार कार्ड न होने के कारण प्रशासन ने राशन कार्ड भी नहीं बनाया था.”
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