इंडिया गेट के क़रीब ये तक़रीबन 250 साल पुरानी ज़ाबता गंज मस्ज़िद है। इस मस्ज़िद को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है कि ये सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की ज़द में आने की वजह से इस मस्जिद को गिराया जा सकता है।
ये अफवाह विधायक अमानतुल्लाह खान के एक ट्वीट से फैली जिसमे उन्होंने लिखा था “सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की वजह से इंडिया गेट के करीब की कई मस्जिदों को नुकसान पहुचाया जा सकता है।” हालांकि मस्जिदों को अभी किसी भी तरीक़े का कोई नुकसान नही पहुचाया गया ना ही कोई नोटिस भेजी गई है।
इस मस्ज़िद की तामीर मुग़ल सेनापति नजीबुद्दौला के बेटे ज़ाबता खान ने करवाई थी। इंडिया गेट से पहले यहां ज़ाबता गंज गांव हुआ करता था। अंग्रेजों ने जब लुटियन जोन बसाया तो आस पास के गाँव खाली करा दिया गए। हालांकि मस्जिदों को कोई नुकसान नही पहुचाया गया। उनको उसी हाल में छोड़ दिया गया और मस्जिदों में नमाज़ होती रही और अब भी कायम है।
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