SD24 News Network
अर्थव्यवस्था को पाताल लोक पहुंचा चुके भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार इतिहास पर ज्ञान दे रहे हैं. इनका इतिहास ज्ञान यह है कि गांधी ने भगत सिंह को बचाने की कोशिश नहीं की. दुनिया जानती है कि यह ज्ञान व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के स्कालरों का है.
अब जो आदमी व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी का ज्ञान अपनी स्पीच में ठेल रहा है, वह प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में क्या कर रहा होगा, यह आसानी से समझा जा सकता है.
अर्थव्यवस्था ऐसे ही नहीं ढही है. इसे ढहाने के लिए रोज 18 घंटे मेहनत करके व्हाट्सएप से ज्ञान लेना पड़ता है और जीवन में आत्मसात करना पड़ता है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर और पीएम के आर्थिक सलाहकार और ऐसे तमाम जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग इतिहास विरोधी क्यों दे रहे हैं?
क्योंकि वे जानते हैं कि देश के लोग बहुसंख्या में अब भी आजादी आंदोलन और इसके नेताओं की इज्जत करते हैं. इतिहास को पहले मलिन करना और जनता के भरोसे को डिगाना कठमुल्ला राष्ट्र के प्रोजेक्ट का ही एक हिस्सा है.
देश जब तक गांधी, नेहरू, अंबेडकर, भगत सिंह आदि महापुरुषों से प्रेम करता रहेगा, इसे हिंदू पाकिस्तान बनाना असंभव है. इतिहास के बारे में जो लोग अनाप शनाप बकते हैं, वे जानबूझ कर ऐसा करते हैं.
-Krishna Kant