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कानपुर Uttar Pradesh होली पर रंग की जगह गोलियां की तड़तड़ाहट से गंगाघाट थाना क्षेत्र के सुखलाल खेड़ा गूंज उठा। यहां रंग की जगह खून की होली खेली गई। बता दें कि होलिका में लकड़ी डालने के दौरान दो लोगों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद बवाल बढ़ गया और दो परिवारों के बीच पथराव के साथ फायरिंग शुरू हो गई। इसमें मां-बेटे की मौत हो गई, जबकि दोनों पक्षों के 14 लोग घायल हुए हैं। आठ लोगों को गोली लगने से हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जिसमें से तीन को कानपुर के जिला अस्पताल रेफर किया गया है। तनाव के चलते गांव में पीएसी लगा दी गई है।
सुखलाल खेड़ा गांव के जियालाल होली जलने के बाद लकड़ी डालने पहुंचे थे, तभी वहां पहले से मौजूद हरीलाल को किसी बात पर उससे गाली-गलौज शुरू कर दी, जिसके कारण वहां मारपीट हो गई। इसमें हरीलाल को चोट आ गई। इसकी जानकारी होने पर उसके परिवालों ने जियालाल के घर पर चढ़ाई कर दी। घर पर हमला होने पर जियालाल के परिवार ने भी मोर्चा संभाल लिया। दोनों पक्षों से पथराव के साथ फायरिंग होने लगी।
फायरिंग में जियालाल, बेटी लक्ष्मी, पत्नी गोमती और बेटा अरविन्द, रंजीत, संदीप और जियालाल की मां मैका घायल हो गईं। अस्पताल ले जाते समय गोमती ने दम तोड़ दिया, वहीं उपचार के दौरान उसके बेटे अरविंद की भी मौत हो गई। दूसरे पक्ष से हरीलाल उनके चाचा सुख्खा के पुत्र पप्पू, दीपू, रामू, कल्लू उनका भाई मनोहर, जमुना, राहुल व सुनील गंभीर रूप से घायल हैं सभी घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां से तीन को हैलट कानपुर रेफर कर दिया।
गांव में तनाव के मद्देनजर पीएसी और पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। सुबह से ही गांव में सन्नाटा पसरा रहा है। यहां होली पर रंग नहीं खेला जा रहा है। जियालाल के परिवार में दो मौतों से कोहराम मचा हुआ है। अरविंद की पत्नी शांति का रो-रो कर बुरा हाल है। पति व सास की मौत पर उसे आंसू थम नही रहे हैं। गंगाघाट कोतवाल सतीश कुमार गौतम ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।