SD24 News Network
भारत मे “कॅरोना वायरस” से भी ज्यादा भयानक ब्राम्हणों द्वारा फैलाया हुआ “कम्युनल वायरस” है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ऑनर किलिंग की घटना गठित हुई। बौद्ध लड़का और माली समाज की लड़की १२ मार्च से लापता है। लड़की के पिता ने लड़के के पिता, बालासाहब गायकवाड़ इनको धमकी दी के अगर सुबह तक उनकी बेटी घर नही आई तोह पूरे परिवार के टुकड़े टुकड़े कर देंगे।
गंभीरता को देखते हुए बालासाहब गायकवाड़ ने Dy.S.P. को सुरक्षा प्रदान करने का निवेदन दिया। Dy.S.P. ने सुरक्षा देने के बजाय उन्हें ही सुना दिया। और उसी रात करीब दस साढ़े दस बजे, जब पति पत्नी अपने घर के बाहर बैठे हुए थे। लड़की के घरवाले, पिता और भाई तलवार लिए पिता बालासाहब गायकवाड़ पर हमला कर दिया। पिता ने वार से बचने के लिए हाथ सर पे रखा और उनका हाथ कट गया। माँ के साथ भी यही हुए। दोनों पति पत्नी अपनी जान बचा कर खेतों में भाग गए।
मगर उनका दूसरा बेटा घर के अंदर सोया हुआ था, बाहर क्या हुआ इस बात से बेखबर। बारवी कक्षा का केवल एक पेपर बाकी था। भीमराज… वो इनके हाथों चढ़ गया। तलवार से उसकी गर्दन काट दी। आज अस्पताल में इस परिवार को दी बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया की ओर से आर्थिक सहायता देने के लिए गया। माँ का सवाल था के उनका भीमराज कैसा है।
पता नही ये ब्राम्हणों द्वारा फैलाया हुआ जाती का वायरस और कितनों की जान लेगा?
इसका एक ही एन्टी वायरस है – बाबासाहब डॉ. बी.आर. आंबेडकर जी द्वारा दिया गया बौद्ध धम्म।
-Rajratna Ambedkar
Trustee-Chairman; National President,
The Buddhist Society of India
भारतीय बौद्ध महासभा