क़ुरबानी मामले में मुसलमान अनाथ है, कोई पूछने वाला नहीं : शमशेर खान पठान

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क़ुरबानी मामले में मुसलमान अनाथ है , कोई पूछने वाला नहीं : शमशेर खान पठान
मुंबई : क़ुरबानी के मामले पर अवामी विकास पार्टी के अध्यक्ष शमशेर खान पठान ने अपना वक्तव्य देते हुवे कहा के आज तक कुर्बानी केलिए कोई भी पोसिटिव बयान सरकार की ओर से नहीं आया जबकि सरकार की तरफ से एक हास्य बयान आया के प्रतीकात्मक कुर्बानी की जाए। अब इस प्रतीकात्मक क़ुरबानी का अर्थ क्या है यह न तो मुस्लमान समझ पा रहे हैं और ने हमारे नेता गण। 




उन्होंने कहा की अफ़सोस की बात है के चार मुस्लिम मंत्री सरकार में होते हुवे सरकार से कुर्बानी केलिए इजाजत नहीं ले पा रहे हैं और इस के विपरीत यह देखा जा रहा है के दुसरे राज्यों से जो बकरे बेचने के लिए यहाँ आ रहे हैं या फिर राज्य के विभिन्न भाग से जो बकरे मुंबई आ रहे हैं उन्हें चेक नाका पर रोका जा रहा है और परेशान किया जा रहा है। शमशेर खान पठान ने आगे कहा कि वर्तमान सरकार महाविकास आघाडी की सरकार न लगते हुवे भाजपा की सरकार दिखाई दे रही है और वह सभी अत्याचार जारी है जो शायद बी जे पी सरकार में भी नहीं थे और इसका एक उदाहरण नागरिकता संशोधन अधिनियम के दौरान आंदोलन को रोकने केलिए झूठे केस किये गए और आंदोलन करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे धकेला गया। 




कोई भी मुस्लिम लीडर सरकार से टक्कर लेकर कुर्बानी को लेकर कोई आज्ञा पत्र नहीं ले पा रहा है क्योंकि जितने भी चुने हुवे विधायक और मंत्री हैं वह अपने आकाओं की चापलूसी में लगे हुवे हैं और उनके आकाओं को क़ुरबानी के मामले पर न कुछ कहना है और न ही कुछ करना है। उदाहरण के तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के लीडरान शरद पवार की , कांग्रेस के लीडरान राहुल गांधी की , समाजवादी पार्टी के लीडरान अखिलेश यादव की और एम् आई एम के लीडरान असदुद्दीन अवेसी की गुलामी कर रहे हैं और इन लीडरों ने कभी भी आज तक मुसलमानों के अधिकारों के लिए आवाज नहीं उठाई। इन हालात में मुसलमान अपने आप को राजनीतिक तौर पर अनाथ महसूस कर रहे हैं और साथ ही इन चुने हुवे लीडरों को बददुवा दे रहे हैं जो उनके अधिकारों के लिए अपना मुंह नहीं खोल पा रहे हैं। 




शमशेर खान पठान ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुवे मुस्लिम प्रतिनिधियों से अपील की है के जिस तरह से दूसरे धर्मों के तेहवार बगैर किसी पाबन्दी के मनाये जा रहे हैं तो इस हालत में इन सभी तेहवारों का हवाला देते हुवे यह सभी चुने हुवे प्रतिनिधि अपनी पार्टी लाइन छोड़ कर क़ुरबानी के मामले पर अगर एक प्लेटफॉर्म पर आ जाते हैं तो सरकार को झुकना पड़ेगा और क़ुरबानी से पहले जो अत्याचार चल रहा है इसे रोकना पड़ेगा। अवामी विकास पार्टी के अध्यक्ष शमशेर खान पठान ने कहा के आज भी महाराष्ट्र सरकार के अधीन काम करने वाले अधिकारी भाजपा की नीति को ही चला रहे हैं और जब तक ऐसे लोगों को पहचान कर के उन्हें हटाया नहीं जाएगा तो इस तरह के अत्याचार मुसलसल चलता रहेगा और वह वक्त दूर नहीं के आने वाले समय में इन्ही अधिकारीयों की मदद से भाजपा दुबारा सरकार में आ जाए।


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