सेना का जवान है तो क्या, दलित है कहकर घोड़ी चढ़ने पर पथराव
SD24 News Network
भारतीय सेना का जवान घोड़ी चढ़ने पर पथराव, क्यूंकि वो दलित है
हमारे समाज में जातिवाद कितना हावी है ये है इस बात से पता चल जाता है कि आप किसी भी पद पे हो अगर आपकी जाति ऐसी है जैसी समाज ने बना दी है तो फिर आपके साथ भेदभाव होना निश्चित है!
यह घटना गुजरात के बनासकांठा की है जहाँ एक दलित युवक को घोड़ी पर चढ़ने से कुछ तथाकथित ऊँची जाति के लोगों ने रोका आपको यह जानकर और भी धक्का लगेगा है कि वह युवक भारतीय सेना में एक सिपाही के पद पर कार्य करता है!
ख़बरों के मुताबिक़ गुजरात के बनासकांठा के संदीपपाड़ा गाँव में आकाश कोटड़िया की शादी थी!आकाश भारतीय सेना में कार्य करते हैं और जम्मू कश्मीर में तैनात हैं वह अपनी शादी के लिए छुट्टी लेकर आए थे !और रविवार को उनकी शादी थी!
जातिगत भेदभाव की ऐसी कई कहानियां है !
राजस्थान में भी कुछ दिन पहले बूँदी में एक युवक को घोड़ी पर चढ़ने नहीं दिया गया क्योंकि वह युवक दलित समुदाय से आता था ! हमारे समाज में जातिगत भेदभाव की ये मानसिकता कितना विकराल रूप धारण कर चुकी है वह इस बात से पता लग जाता है की कुछ तथा कथित ऊँची जातियों की भावनाएँ सिर्फ़ इस बात से आहत हो जाती है कि उन्हीं के द्वारा बनायी गई है हैं कि तथाकथित नीची जातियों के युवक घोड़ी पर चढ़ कैसे जाते हैं!