Waris Pathan यकीन करिए अगर ये उस दौर में होते तो 313 में भी शामिल नहीं होते

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Waris Pathan यकीन करिए अगर ये उस दौर में होते तो 313 में भी शामिल नहीं होते
भारत का मुसलमान   ‘खाली  कारतुस सिर्फ  बोलने  वाले पठान’ को पसंद नही करता  वोह कमलनाथ को पसंद करता  है मुख्यमंत्री  बनवाता है क्योंकि उसपर  सिखों  को प्लान कर के मरवाने का  आरोप  है .


यह भालपुर  हाशिमपुरा मुरादाबाद  नेल्ले  massacare करवाने वाले लोगों के साथ है , क्योंकि वह लोग सिर्फ़ बोलते नहीं कर के दिखाते हैं  हिन्दू मुसलमान दंगा |
यह बाबरी मस्जिद का ताला खुलवा के हिन्दू मुसलमान करवाने वाले राजीव गांधी के साथ है ,यह इमरान मसूद के साथ भी है अगर वह किसी की गुलामी करता हो उसका हर खून माफ़ हैं । यह वाजपेयी   को जन्नत  की दुआ  करने वाला  समुह  भी  है |
Waris Pathan यकीन करिए अगर ये उस दौर में होते तो 313 में भी शामिल नहीं होते
हर बात पर मसलेहत कह के चुप रहने के लिए कहने वाले उस मौके पर कतई चुप नहीं  रह सकते यहां यह सेक्युलरज़िम का  मेडल छीन के लेंगे ।


जबकी हज़ार आदमी हज़ार बात बोलता हैं,इतना चर्चा क्या करना ,इतना ज्यादा क्रांति एहसास कमतरी प्रदर्शित  करती है।
कब कोई हिन्दू रोज़ होने वाले हिन्दू  मुस्लिम program  पर सफ़ाई देता फिरता है ,उलट मुस्लिम औरतों से कब्र से निकाल के रेप करने को कहने वाले ग्रुप   को मुख्यमंन्त्री बनाता है ।
Waris Pathan यकीन करिए अगर ये उस दौर में होते तो 313 में भी शामिल नहीं होते
क्या सारा  सेकुलरज़्म का ठिका आप ने ले रखा है ? वोट तो आप  पहले नहीं देते अब क्या हुक्का पानी बंद कर दोगे ? कौन क्या बोले आप से पूछ के बोलेगा क्या ,आप का  काम है वोट न देना मत दो । 


भैया  कोई को लगता  है के मुस्लिम को खुद  को मजलुम नही  समझना चाहिए  बल्की  खुद  को 10 के बराबार  समझ के आत्म विश्वाश  रखना  चाहिए  ,तो लगे  | इतना क्या  हो हल्ला ?  जबकी वोट तो आप को  कमलनाथ को ही देना जबकि सिख भाई आपके  लिए कितना कुछ कर रहे  हैं।
और  वारिस पठान मेरे नज़र में चमन है पर आप   हज़रात  उसके  साथ  तब  भी ना  थे  जब उसने जमुना  को गंगा में घोंट के मिला  दिया था  ,गणेश  पुज लिया  था, इसलिये  क्रांती  रहने दिजीये 
-राइटर Shadan Ahmad (source fb wall)


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