SD24 News Network – #MirabaiChanu को ओलंपिक में भारत के लिए पहला मेडल जीतने पर बधाई
टोक्यो ओलंपिक, वेटलिफ्टिंग में भारत की मीराबाई चानू के रजत पदक जीतने पर बहुत बहुत बधाई। उम्मीद है भारत अभी कई क्षेत्रों में बड़ा नाम हासिल करेगा। चानू को बधाई के साथ साथ सभी खिलाड़ियों को भी हार्दिक शुभकामनाएं।
26 वर्षीय मीराबाई चानू (meerabai chanu) ने ओलंपिक खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा में पदक जीत कर भारत का 21 साल का इंतजार खत्म किया है। इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी ओलंपिक 2000 में देश को भारोत्तोलन में कांस्य पदक दिलाया था…
मणिपुर की आबादी कुल तीस लाख है
और वहाँ के जंगलों में लकड़ी बीनकर बड़ी हुई एक लड़की चानू ने एक सौ चालीस करोड़ के देश के लिए पहला ओलंपिक पदक जीतने का गौरव हासिल किया ।
मणिपुर जिसकी औसत प्रति व्यक्ति आय देश के औसत की क़रीब साठ फ़ीसदी ही है वहाँ से अनेक खिलाड़ी निकलते हैं और चौबीस करोड़ के उत्तर प्रदेश में एक भी महिला खिलाड़ी इस स्तर तक पहुँची हो मुझे याद नहीं !
“Manipur has produced several great sportspersons – boxers like MC Mary Kom; weightlifters like N. Kunjarani Devi, Mirabai Chanu, and Khumukcham Sanjita Chanu; hockey players like Tingonleima Chanu; and footballers like Jackson Singh Thounaojam, Givson Singh Moirangthem”
तीसरी कोशिश में उसने ११७ किलो वज़न उठाने का लक्ष्य रखा था। सांसों को जैसे रोकते हुए, घुटनों पर पूरा बल देते हुए एक लम्हे को उठा भी लिया। लेकिन इस मोड़ पर कंधे जैसे जवाब दे गए। लेकिन इस पूरी कोशिश को देखना रोमांचक था।
फिर भी मीराबाई चानू ने भारत को टोक्यो ओलंपिक का पहला पदक दिला दिया- झिलमिलाता रजत। बीती सदी में कर्णम मल्लेश्वरी भी इस दहलीज़ तक पहुंची थी। २००० के सिडनी ओलंपिक में उसने कांस्य पदक जीता था।
भारतीय लड़कियां ख़ूब वज़न उठाती हैं।
#MirabaiChanu को ओलंपिक में भारत के लिए पहला मेडल जीतने पर बधाई