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साथियों इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़ना ताकि आपको पता चले कि कितना मुश्किल है मुसलमान होना । और इस वीडियो में जानेगे कौन है शाहरुख खान, इससे पहले जानते है पठान मूवी का विरोध क्यों हो रहा है ।
वैसे तो हम किसी भी फ़िल्म एक्टर, एक्ट्रेस, अश्लीलता, बॉलीवुड, हॉलीवुड का किसी भी एंगल से सपोर्ट नही करते,
गौर कीजिए, भगवा पहना दीपिका पादुकोण ने, फ़िल्म बनाई आदित्य चोपड़ा ने, फ़िल्म को डायरेक्ट किया सिद्धार्थ आनंद ने, स्क्रीन प्ले किया श्रीधर राघवन ने, और विरोध हो रहा है शाहरुख खान का, सड़ गया समाज ।
पठान मूवी बनाने में शुरू से आखिर तक सिवाय शाहरुख खान के सारे हिन्दू ही है । सवाल यह उठता है कि, ठान मूवी बनाने वाले आदित्य चोपड़ा, सिद्धार्थ आनंद, श्रीधर राघवन नही जानते किसका अपमान हो रहा है किसका नही ? भगवा पहनकर नाचने वाली दीपिका को नही पता भगवा क्या है ? सब जानते है, बस भक्तों को पठान नाम से चिढ़ है और कुछ नही ।
चलिए आपको बताते है कौन है शाहरुख खान
विक्रम नारायणसिंह चव्हाण ने शाहरुख खान कौन है यह बताया, उन्होंने कहा । शाहरुख़ बस नाम ही काफ़ी है. एक ऐसा कलाकार जिसने देश की मिट्टी की महक पूरे दुनिया में फैलाई. नाम के आगे खान लिखा है और इसकी क़ीमत शाहरुख खान को हमेशा चुकानी पड़ी है.
चाहे वह बेटे आर्यन के वक्त का मामला हो या असहिष्णुता पर पहले दिए बयान हो या उनकी कोई भी नई रिलीज़ होती फिल्म.
लोगों ने तो शाहरुख खान को तब भी नहीं छोड़ा जब वे लता के मय्यत पर दुआ पढ़ रहें थे, और बगल में उनकी मैनेजर प्रणाम कर रही थी.
लोगों ने कहा थूक रहें थे शाहरुख़ खान. हम सड़े गले लोग हो चुके हैं. अगर मगर नहीं इस देश के लोगों की शाहरुख़ से नफ़रत की सिर्फ यही वजह है कि वे शाहरुख़ के बाद खान भी है.
उनकी फ़िल्में न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी सुपरहिट हुईं. जर्मनी के एक होटल में रात को दो बजे उनकी एक झलक पाने हजारों लोग जमा थे ।
किसी हॉलीवुड स्टार से ज्यादा उन्हें देखने लोग पागल हुए जा रहें थे. बुर्ज खलीफा में हर जन्मदिन पर शाहरुख़ का चेहरा नजर आता है.
कुछ लोग कहते हैं उनका देश को क्या योगदान है । तो आप को बता दूँ कोविड के पीक में जब पीपीई कीट की भयंकर कमी थी, डॉ ही मर रहें थे तब सभी राज्यों को शाहरुख़ ने पीपीई कीट मुहैय्या कराई थी. गूगल कर देख लीजिये.
शाहरुख़ खान कलाकार हैं, वे हमसे ज्यादा सही मायनों में भारतीय हैं. उनकी पत्नी हिन्दू है. मंदिरों में वे अक्सर जाते हैं.
मूझे लगता था सिर्फ इस कलाकार को जो कि खान के बाद मुस्लिम भी है । ये कुकुरमुत्ते की तरह उगे कट्टर हिन्दू परेशान नहीं करेंगे । पर मैं गलत था.
शाहरुख़ को साथ में पतंग न उड़ाने की सजा दी जा रही है. पर मैं फिर भी कहता हूँ उनकी उम्र 57 जरूर है पर दिल और चेहरे पर मुस्कान 20-22 साल के लड़के जैसा ही हैं.
क्योंकि उसने इश्क किया देश से, फिल्मों से, अपने कैरेक्टर से. और हमें शाहरुख़ से मोहब्बत हैं. बेहद मोहब्बत. विक्रम सिंह चव्हाण ।
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