SD24 News Network –
साथियों वैसे तो इस धरती की मुसलमान कौम हजारों सालों से एक ऐसी ताकत होने पर यकीन रखती है जैसा कि एलियन के बारे में बताया गया है । कुरान में कई जगह ऐसी ताकत रखने वाली मखलूक का ज़िक्र है जैसा कि एलियन के बारे में बताया जाता है । और इस मखलूक के लिए अरबी लफ्ज जिन का इस्तेमाल किया गया है । जिन्नों के बारे में फूल जानकारी चाहिए तो कमेंट कर के जरूर बताएं, चूंकि इस वीडियो में हम एलियन की बात करने वाले है ।
साथियों हम आपको अभी हाल ही की 2020 की वाकिये के बारे में बताते हैं । जिस की वजह से एलियंस तहजीब, एलियन कौम के होने का इशारा वैज्ञानिकों को मिला है-
करीब 13 साल पुराना वाकिया है । आस्ट्रेलिया के दो खगोल विज्ञानी टेलिस्कोप से मिले पुराने आंकड़ों को खंगाल रहे थे, अचानक उनका ध्यान 2001 के एक आंकड़े पर गया । उन्होंने पाया कि बहुत दूर गहरे स्पेस में रेडियो किरणों का तेज धमाका हुआ था। इस धमाके ने उन्हें हैरत में डाल दिया । और मन में कई सवाल उठने लगे जैसे- यह धमाका कहाँ हुआ, कैसे हुआ, क्यों हुआ ? किसने किया ? वगैरह
यह अंदाज लगाया गया कि कहीं दूर स्पेस में एडवांस्ड एलियन सिविलाइजेशन रहती है । जो अपने वजूद का इशारा पृथ्वी वासियों को भेज रही है । या तो पूरे यूनिवर्स को भेज रही है।
अब इस पर खोजबीन शुरू हुई तो पता चला कि, जितनी एनर्जी रेडियो सिग्नल को भेजने में लगी उतनी एनर्जी हमारा सूरज हजारों सालों में निकालता है, कोई सिविलाइजेशन कितनी भी एडवांस हो इतनी एनर्जी सिर्फ इशारा भेजने में भी नहीं खर्च करेगी।
फिर कनाडा के वैज्ञानिकों ने जो पता किया वह और हैरान करने वाला था उन्होंने पता लगाया कि यह रेडियो धमाका हर 16 दिनों के बीच हो रहा है, इस बात से यह कंफर्म हो गया कि यह कोई अचानक हुई वारदात नहीं है बल्कि कहीं दूर स्पेस में कोई प्रोसेस हो रहा है, यह प्रोसेस क्या है कोई नहीं जानता, हमारे इक्विपमेंट इसके बारे में पता लगाने के काबिल नहीं हैं।
हार्वर्ड के वैज्ञानिक एंड ऐवी लोएब का कहना है कि यह किसी एलियन सिविलाइजेशन के इशारे ही हैं और हो सकता है । वह सिविलियन रेडियो किरणों के जरिये किसी चीज को स्पेस में धकेल रही हो। इस बारे में उन्होंने कई तर्कसंगत बातें भी बताई हैं।
जो भी हो अब पृथ्वीवासियों को जल्द से जल्द एलियन के बारे में पुख्ता जानकारी वैज्ञानिकों के जरिये दी जानी चाहिए। वह पल बहुत सनसनीखेज होगा सारी दुनिया के लिए, सिवाए मुसलमानों के ।