SD24 News Network –
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, भाजपा-RSS का सांसद देश के राजधानी में, खुली सभा में मुसलमानों का बहिष्कार करने की शपथ ले रहा है। RSS के मोहन भागवत ने कहा था कि मुसलमानों में झूठा डर फैलाया जा रहा है। सच तो यही है कि BJP ने मुसलमानों के खिलाफ़ जंग का आगाज़ कर दिया है। दिल्ली CM और @amitshah दिनों ने चुप्पी साध ली है ।
वे आगे लिखते है, संविधान के अनुच्छेद 17 के तहत छुआछूत को खत्म किया गया था। और उसका किसी भी शक्ल में अमल करने पर पाबंद किया गया था। अगर देश की राजधानी में सत्ताधारी पार्टी के सांसद ऐसा कर सकता है तो फिर संविधान की value क्या है?
👇👇Video👇👇
मुसलमानों के खिलाफ देश के बहुसंख्यक लोगों को भड़काने का काम पिछले कुछ सालों से चल रहा है । इस भड़काऊ काम मे मीडिया भी अहम भूमिका निभा रहा है ।
राजधानी दिल्ली में VHP की रैली में मुसलमानों के नरसंहार की अपील की गई, इस वीडियो में आप देख सकते है, योगेश्वर आचार्य ने लोग़ों को मुसलमानों को मारने के लिए उकसाया ।
अब आप इस वीडियो में सुनिए, एक भी मस्जिद-मदरसे नहीं रहने दूंगा, गर्दन उड़ाने की हिम्मत रखता हूं । खुलेआम हिंसक बयान ।
इस गलीज को कौन नही जानता, पैगंबर मुहम्मद ﷺ और महात्मा गांधी के लिए इस तरह का बयान देने के बावजूद इस इंसान के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई क्यों नहीं होती…?
रवांडा जनसंहार की नींव ऐसी ही रखी गयी थी, कुछ ही घंटों में 10 लाख लाशें बिछाई गई थी, औरते, बच्चे, बूढ़े, नवजवान किसी पर भी रहम नही किया गया था । औरतों का सामूहिक बलात्कार किया गया था ।
असदुद्दीन ओवैसी का बायांन बहुत मायने रखता है । असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान को ट्विटर पर कई गैरमुस्लिम भाइयों ने भी शेयर किया और ओवैसी का समर्थन किया ।
इन बयानों के बाद आपको क्या लगता है ? आप क्या सोचते हो ? आप क्या कहना चाहते हो कमेंट कर के जरूर बताएं । आप देख राजे है ।
अगर आप रवांडा के खतरनाक जनसंहार के बारे में नही जानते तो नीचे में दिए गए लिंक को क्लिक कीजिए ।
हम असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान से पहले रवांडा जनसंहार के बारे में शार्ट में जान लेते है । क्या ओवैसी के बयान रवांडा जैसी साजिश की ओर इशारा तो नही ?
रवांडा में में कुछ ही घंटों के अंदर 10 लाख तुत्सी लोगों की लाशे बिछाई गई थी ।
10 लाख लाशें बिछाने के लिए कोई अचानक आर्डर नही दिए गए थे । इसके लिए कई साल से काबुगा मीडिया के जरिये लोगों को तैयार कर रहा था । लोगों के दिलों में तुत्सीयो के खिलाफ जहर भर रहा था ।
👇👇Video👇👇
कबूगा का रेडियो चैनल कितना ख़तरनाक था? इसके लिए आपको कुछ पंक्तियां सुनाता हूं.
नंबर एक.
“कोई भी तुत्सी, कबूगा जितना अमीर नहीं है. इसलिए, कुछ भी बोलना बंद कर दो. मैं मज़ाक नहीं कर रहा हूं. तुम सब मारे जाओगे. आइए, हम सब मिलकर तुत्सियों को जड़ से मिटाने की शपथ लें. ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को कभी ‘तुत्सी’ शब्द का सामना ना करना पड़े.”
नंबर दो.
“तिलचट्टे विरोध करते हैं. वे घिन पैदा करते हैं, क्योंकि हमें उन्हें बार-बार मारना पड़ता है. हमे उन्हें कुचलना पड़ता है, क्योंकि उन्हें हमेशा के लिए खत्म करना नामुमकिन है.”
नंबर तीन.
“तुत्सियों के बच्चे भी तुम्हारे दुश्मन हैं. बड़े होकर वे तुम्हारा ही ख़ून पिएंगे.”
ये बातें एक पब्लिक रेडियो चैनल से ऑन एयर होतीं थी. कबूगा हमेशा RTLM के दफ़्तर में दिखता था. वो तय करता था कि क्या बोलना है और क्या नहीं.
बावजूद इसके काबुगा 26 साल तक कानून की नजर से बचता रहा । यूं कहिए सरकार उसको