माइकल हार्ट एक बहुत बड़ा ईसाई लेखक गुज़रा है उसने एक किताब लिखी “दुनिया के सौ बड़े आदमी ” उसके सामने जब ये बात आयी कि दुनिया के सौ बड़े आदमी का सलेक्शन किया जाय तो उसमें नम्बर वन को किसे रखा जाय ”
आदम अलेह सलाम से लेकर 1901 तक उसने 100 बडी शख्सियत को सलेक्ट किया ‘ फिर उसमें सबसे ऊपर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को रखा ‘ अभी किताब प्रिंट नही हुई थी उसने ये ऐलान कर दिया कि ये सौ बड़ी शख्सियात है और इनमें टाप पर मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हैं ‘ दुनिया वाले बौखला गये बहुत वावेला मचा बड़ा हंगामा किया मीडिया वालों मीडिया ने कहा अरे तूझे क्या हो गया है तू ईसा अलेह सलाम पर ईमान लाता है और नाम मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का लिखे हुये है ‘
उसने जो जवाब दिया मीडिया को वो हममें से हर किसी को सुनकर फख्र महसूस होगा ”
उसने कहा देखिये मैं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को नम्बर वन पर लिखने पर मजबूर हुँ ये मेरे इंसाफ का तकाज़ा है कि मैं नम्बर वन मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को दूँ उसने दो बातें कही उसने कहा जो अख़लाक मोहम्मद साहब का है और उस अख़लाक का जो मियआर है उनकी बीवी उनपर ईमान लायीं नम्बर वन ” क्यूंकि बीवी जल्दी से किसी को बुजुर्ग नही मानती है उसने कहा बीवी का ईमान लाना ये बता रहा है कि ये बंदा करेक्टर की सबसे ऊंची चोटी पर मौजूद है “
फिर उसने कहा जो दूसरा जल्दी बुजुर्ग नही मानता वो उसका बचपन का दोस्त होता है क्यूँकि उसे मालूम होता हर एक राज़ ‘
उसने कहा जो दूसरे नम्बर पर ईमान लाने वाले हैं मर्दों में वो हज़रते अबू बकर रज़ी अंहु हैं जो मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बहुत करीबी दोस्त लंगोटी यार हैं “
और जो तीसरा शख्स जल्दी से बुजुर्ग नही मानता है वो घर का नौकर होता है जो गाली खाकर उठता है और गाली खाकर सोता है ” उसने कहा ये जो तीसरे नम्बर पर ईमान लाये वो हज़रते ज़ैद हैं इन तीनों का ईमान बता रहा है की मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के अख़लाक पर उंगली नही रखी जा सकती “
उसने आगे कहा सरकारे दो आलम का अख़लाक मजबूर करता है हमें कि मैं नम्बर वन पर उनको रखूँ !
Syed Ibad Natter