यह जंग लम्बी है आज मोदी और अमित शाह दोनों इस बात से इनकार कर रहे है. NRC से सम्बंधित बात ही नहीं हुई है. साथ साथ यह भी कह रहे है के, CAA का मतलब भी अलग है. मैं उनसे पूछना चाहता हु, जब आप डिटेंशन सेंटर से इंकार कर रहे है. तो नई मुंबई के खारगिर कैंप में पांच लाख लोगो को रखा जा सकता है. महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इस बात का इकरार किया था के डिटेंशन सेंटर कैंप के लिए हम जगह दे रहे है. मतलब यह के हम डिटेंशन सेंटर का निर्माण कर रहे है. अगर आप NRC लागू नहीं करना चाहते है तो डिटेंशन सेंटर की जरुरत क्यों है ?
इन खयालात का इजहार औरंगाबाद एक्शन कमिटी के ओर से CAA और NRC के खिलाफ आयोजित महारैली को संबोधित करते हुए वंचित बहुजन आघाडी के लीडर संविधान निर्माता बाबासाहब आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर इन्होने कहा. और उन्होंने आगे कहा है क्या वजह है के डिटेंशन सेंटर हर जिले और राज्य में निर्माण करने का मंसूबा है. आप कितने लोगों को अन्दर रखना चाहते है. उन्होंने कहा के मैं मुसलमानों को आगाह करना चाहता हूँ के, आप जागरुक हो चुके हो NRC मुसलामानों के खिलाफ है ये बात सही है. लेकिन स्टेज पर जितने गैरमुस्लिम लीडर उपस्तित है मैं उनसे अपील करता हूँ के 40 प्रतिशत हिन्दू भी इससे प्रभावित होंगे. इसलिए हमारे कल के मुंबई रैली में मुसलमान कम और हिन्दू ज्यादा थे.
मैंने मुस्लिम लीडरों से मुंबई में इस बात की अपील की थी के, आपका मकसद तो जाहिर हो चुका है. पूरा देश जानता है के मुसलमान NRC और CAA के खिलाफ है. हम भी ये राज की बात पुरे देश को बताना चाहते है के, जिस तरह मुसलमान NRC CAA के खिलाफ है. उसी तरह देश के एससी, एसटी, आदिवासी ऐसे 40 प्रतिशत हिन्दू भी NRC और CAA के खिलाफ है. इसीलिए ये लड़ाई सिर्फ मुसलमानों की नहीं बल्कि हम सब की है. और यह लड़ाई हम सबको मिलकर लड़ना है.