केरल की हथिनी और आज का भारत
हथिनी की हत्या : माहिला पत्रकार ने चलाई झूठी खबर अब जताया खेद
एक नितांत दुर्भाग्यपूर्ण घटना में केरल में एक गर्भस्थ हथिनी जो पलक्कड़ ज़िले के एक संरक्षित वन से भटककर मनुष्यों के रहवासी इलाक़े में चली गई थी मारी गई ।
शैलजा वर्मा नामकी युवा पत्रकार ने यह स्टोरी ब्रेक की थी । मलयाली भाषा की जानकार इस युवा पत्रकार ने यह घटना फ़ेसबुक में वर्णित एक पोस्ट से उठाई थी । अति उत्साह में और बिना प्रयोजन के उसने दो ग़लतियाँ कर दीं जिन पर उसने अब खेद प्रकट किया है लेकिन उन ग़लतियों से उपजी विडंबना बहुत बड़े आकार में पसर गई।
पहली ग़लत बात यह थी कि उसने घटना को मल्लपुरम ज़िले का बताया जो कि देश का एक मुस्लिम बाहुल्य ज़िला है और दूसरा उसने लिखा कि किसी ने जानबूझकर अनन्नास में विस्फोटक भरकर उसको खिला दिया ।
पहली बात देश के सबसे बड़े दल के ITcell
के बड़े काम की थी और इसे तुरंत ही मुसलमानों को राक्षस साबित करने/घृणित और हिंसक निरूपित करने के उनके अनवरत अभियान के लिये दैनिक कंटेंट में प्रयोग कर लिया गया और फिर यह सूचना केरल से आई थी जो मानव विकास सूचकांक/ प्रशासनिक व्यवहार और शिक्षित समाज होने के कारण झूठ पर खड़े किये गये गुजरात मॉडल और अब राष्ट्रीय मॉडल के लिये ऑंख में कॉटे की तरह गड़ता है, जिसे चुनौती दी गई कि “आप भी तो हम जैसे ही निकले !”
दूसरी गलती उस खबर में यह थी कि बिना तथ्य जाने इसे केरल के किसी अमानुषिक नागरिक की करतूत बता दिया गया था । डिटेल्स यह हैं कि देश के बड़े हिस्से में किसान जंगली सूअरों नीलगायों बंदरों और अन्य जानवरों की बढ़ती जनसंख्या से फसलों को बचाने के लिये बिजली के तार समेत कई उपाय करते हैं । केरल में अनन्नास में विस्फोटकों को भरकर खेतों की बाउंड्री पर रखा जाता है जिससे हुए धमाकों से डरकर जानवर फसलों का नुक़सान किये बिना भाग जाते हैं । दुर्भाग्य से यह हथिनी अनजाने में ऐसे ही किसी विस्फोटक भरे अनन्नास से घायल हो गई थी और जान बचाने के प्रयास में दूसरे ज़िले की एक नदी में जाकर खड़ी हो गई और वहीं उसकी मृत्यु हुई ।
इसके बाद जो कुछ हुआ आपके सामने है !
शैलजा वर्मा एन डी टी वी में काम करती हैं, गलती किसी से भी हो सकती है हुई है पर गलती को महसूस बहुत कम लोग कर पाते हैं और क्षमा माँगते हैं!
शैलजा ने तो ऐसा किया पर आप ………?
-Sheetal P Singh