सोशल मीडिया पर आग की तरह फ़ैल रही इस पोस्ट पर अपने विचार जरुर रखें,
कैसे कहूं कि मैं हिन्दू हूं ?
कैसे कहूं कि मैं हिन्दू हूं ?
इतिहास में कहीं पढ़ने को नहीं मिलता कि शूद्रों को कभी किसी मुसलमान ने सताया,किसी ईसाई ने सताया,किसी जैन ने सताया,किसी सिक्ख ने सताया या किसी बौद्धिष्ट ने सताया… बल्कि जब जब शूद्रों के ऊपर जुल्म हुए, अत्याचार हुए तब तब यही मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, बौधिष्ट लोगों ने हमारे जुल्मों के खिलाफ हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमारी मदद की… जिसका नतीजा यह निकला कि बहुत से शूद्र अपनी स्वेच्छा से कोई मुस्लिम तो कोई सिक्ख तो कोई ईसाई तो कोई बुद्धिष्ट बन गए…
अब सवाल उठता है कि शुद्रोंके उपर जुल्म किसने किए, इंसान होने के बावजूद भी जानवरों से बदतर जिंदगी जीने को किसने मजबुर किया, कभी भगवान् का भय, कभी धर्म का वास्ता, अंधविश्वास में, पाखण्ड में तो कभी जातिवाद में उलझाकर शूद्रों का शोषण किसने किया… तो बस एक ही जवाब आएगा हिन्दुओं ने… यानी हिन्दुओं के द्वारा शूद्रों यानी उनके द्वारा कथित हिन्दुओं का शोषण…
शांबुक का गला किसने काटा..? एकलव्य का अंगूठा किसने काटा..? संत रविदास,कबीरदास व अन्य साधु संतो को षड़यंत्र करके किसने मारा..? सावित्री बाई फुले,झलकारी बाई,जीजाबाई से लेकर अन्य बहुजन नायिकाओं का अपमान किसने किया और षड़यंत्र करके किसने मारा..? ज्योतिबा फूले,शाहू जी महाराज, शिवाजी, पेरियार, अम्बेडकर से लेकर अन्य बहुजन नायकों का अपमान व षड़यंत्र करके किसने मारा। चुनाव के समय तुम हिन्दू हो दंगे फसाद के समय तुम हिन्दू हो बाकी समय हरे चमरा, हरे कोहरा, हरे दूसधा, तू नीच, तू दलित…
सबसे बड़ी बात हमारे पोस्ट पर हमें गाली देने वाले, रेप और जान मारने कि धमकी देने वाले भी हिन्दू ही हैं… हिन्दू के नाम पर बस तुम्हारा इस्तेमाल होता है या इस्तेमाल किया जाता है किया जा रहा है। कब तक सच्चाई से मुंह फेरोगे, कब तक सच्चाई से दूर भागोगे… मैं एक बार फिर कहता हूं “तुम सच को जानोगे सच तुम्हें आजाद करेगा,, अगर मेरे इस पोस्ट से आपकी भावनाएं आहत होती हैं तो आप गाली गलौज करने के लिए सादर आमंत्रित हैं… (सोशल मीडिया से साभार, उपरोक्त विचारों से SD24 का कोई सरोकार नहीं)