Patna: उत्तर प्रदेश में के हाथरस में हुए दलित युवती के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या के बाद से ही पूरे देश भर में ब्ल’तका’रियों और उत्तर प्रदेश की भाजपा (BJP Government) सरकार के साथ साथ यूपी पुलिस के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन अभी थमा भी नही था की विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों में व्यस्त बिहार (Bihar) के पटना से बिलकुल हाथरस जैसी घटना सामने आयी है। उत्तर प्रदेश के के हाथरस के बाद बिहार में भी हुए इस सामूहिक बलात्कार का शिकार एक बार फिर दलित बच्ची है जो नाबालिग भी है।
जानकारी के अनुसार भाजपा के समर्थन वाली सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार की राजधानी पटना (Patna) से बिलकुल क़रीब फतुहा थाना (Fatuha Thana) क्षेत्र की एक नाबालिग दलित बच्ची आठ अक्तूबर (8 October) की रात को शौ’च के लिए घर से निकली थी। इसी दौरान उस ब’च्ची पर गाँव के ही कुछ आवारा युवकों की नज़र पड़ गयी। रात के अंधेरे का फ़ायदा उठा कर उन युवकों ने नाबालिग दलित बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना डाला। इस मामले की ख़बर जब बच्ची के परिजनों को मिली तो परिजन अपनी पीड़िता बच्ची को लेकर क्षेत्र के फतुहा थाने पहुँचे जहां नाबालिग पीड़िता ने गाँव के ही पाँच युवकों के नाम बताए। यहाँ ये बता देना की ज़रूरी है की इस बार फिर आरोपी बहुसंख्यक समुदाय से ही हैं।
नाबालिग बलात्कार पीड़िता द्वारा बताए गए पाँच बलात्कारी आरोपियों की खोजबीन में पुलिस सक्रिय हो गयी। ख़बरों के अनुसार पुलिस ने पाँच अभियुक्तों में से अब तक चार को गिरफ़्तार कर लिया है लेकिन एक अभियुक्त अब तक पुलिस की गि’रफ़्त से बाहर बताया जा रहा है। पुलिसिया कार्यवाही के साथ साथ पाँच दरिंदों की हवस का शिकार हुई नाबालिग दलित बच्ची को पुलिस ने मेडिकल के लिए भेज दिया है।पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किए गए चारों आरोपियों पर क़ानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गयी है एवं फ़रार एक और आरोपी की खोजबीन में पुलिस अपने तरीक़े से काम कर रही है।