SD24 News Network – यूपी : स्कूल के प्राचार्य ने 2 साल के बच्चे को पहली मंजिल से लटकाया ।। शरारत की सजा
यूपी के एक निजी स्कूल में दूसरी कक्षा के बच्चे को शरारत करने पर बड़ी सजा दी गई। खाना खाते समय हुई शरारत के एवज में स्कूल के प्राचार्य ने छात्रा को स्कूल की पहली मंजिल (चाइल्ड हैंग फ्रॉम बिल्डिंग) से फांसी पर लटका दिया. बच्चे की लटकती हुई तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि बच्चे को बिल्डिंग से लटकाते हुए कई डरे हुए बच्चे चुपचाप उसे देख रहे हैं.
दूसरी कक्षा के बच्चे (द्वितीय श्रेणी के छात्र) की इमारत से लटकी तस्वीर सामने आते ही डीएम प्रवीण कुमार लक्षकर ने मामले में संज्ञान लिया है. उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही डीएम ने स्कूल के प्राचार्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के भी आदेश दिए हैं. बच्चे को सजा देने की घटना गुरुवार की बताई जा रही है.
2 साल के बच्चे को मिली बड़ी सजा
सद्भावना शिक्षण संस्थान जूनियर हाई स्कूल अहरौरा के प्राचार्य मनोज विश्वकर्मा ने कक्षा 2 के छात्र सोनू यादव को स्कूल भवन की पहली मंजिल से फांसी पर लटका दिया. बच्चे का एक ही दोष था कि वह खाना खाते समय शरारत कर रहा था। इस पर प्राचार्य उनसे नाराज हो गए।
गुस्साए प्रधानाध्यापक ने शरारती बच्चे को एक पैर से पकड़ लिया। बच्चे को पाठ पढ़ाने के लिए अन्य छात्रों के सामने स्कूल भवन की पहली मंजिल की बालकनी से नीचे लटका दिया गया था। मासूम बच्चा चिल्लाता रहा और माफी मांगने के बाद प्रिंसिपल मनोज विश्वकर्मा ने उसे खींच लिया। लेकिन यह घटना वहां लगे कैमरे में कैद हो गई।
बच्चे के पिता ने सजा पर उठाए सवाल
वहीं, पीड़ित 2 साल के सोनू के पिता रंजीत यादव का कहना है कि उनका बेटा दूसरे बच्चों के साथ सिर्फ गोल गप्पे खाने गया था. बच्चे थोड़ी शरारत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्राचार्य की इस तरह की सजा से उनके बेटे की जान को खतरा हो सकता था. बच्ची के साथ इस तरह की घटना से हड़कंप मच गया है. साथ ही स्कूल प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं. वहीं मासूम बच्चे के पिता ने भी इस सजा पर सवाल खड़े किए हैं.