कहा जा रहा है की खाली पेट लीची खाने से बच्चो की मौत हुई है ! यानि यह वह कुपोषण के शिकार बच्चे थे जिन्हे शाम का खाना नसीब नही हुआ था और सुबह वह खाली पेट लीची के बगानो मे लीची खाने लगे ! वैसे भी लीची भरे पेट का फल है जिनके पेट पूरी तरह भरे हो वह ही इस फल को पचा सकते है ! गरीब के बस मे यह फल नही है !
अगर हर साल कुपोषण के शिकार बच्चो की मौत की वजह लीची ही बनती है तो इसका भी दोषी कौन है ? आखिर मंगल पर पँहूचने का दंभ भरने देश मे कुपोषण क्या कर रहा है ??? इसका जिम्मेदार कौन है ? आप अपनी असफलता को छूपाने के लिये कितने भी किन्तु परन्तु ढूँढ़ लीजिये मगर प्रश्न तो सामने खड़ा ही रहेगां ?
अगर उनकी मौंते बीमारी की वजह से हुई तो आखिर स्वास्थ्य सेवाएं इन्हे रोक क्यो नही पा रही है ? यह मौत नही व्यवस्था जनित हत्याएं है ! जहां गरीब और उसके बच्चे आपके लिए कीड़े मकोड़े से ज्यादा कुछ नही है !
Harendar Prajapati