SD24 News Network – मुसलमानों की लाशें देख अपना एजेंडा सेट करने वाले, अली सोहराब जैसों से सावधान रहें मुस्लिम युवा ।।
मुम्बई : आज के इस इंटरनेट के दौर में अक्सर साम्प्रदायिक तत्वों ने सोशल मीडिया को जहरीले विचारों और नफरतों का अड्डा बनाकर रख दिया है । सोशल मीडिया पर जितने अच्छे लोग है उतने ही फिजाओं में जहर घोलने वाले भी कम नही । फिर चाहे वह किसी भी धर्म से क्यों ना हो । अली सोहराब नामक व्यक्तियों जैसे लोगों से सावधान रहने के लिए मुस्लिम युवाओं को सावधान करते हुए महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित सामाजिक कार्यकर्ता उबैद बाहुसैन ने कहा कि,
अली सोहराब जैसों का काम सिर्फ़ मुसलमानों की लाशें देख अपना एजेंडा सेट करना होता है । ये खुद इतने डरपोक होते हैं के थाने हाज़िर होने के बाद सर झुकाकर खड़े रहते हैं और इनके फेसबुक / ट्विटर पर लाइक करने वाला कोई नहीं होता ।
इनकी फ़ेसबुकिया क्रांती से क़ई नौजवानों पर पोस्ट शेर करने पर केसेस होगये हैं । इन्हें छुड़वाने के लिए इन्होंने कभी मदद नही की न उनकी खबर ली ।
इससे ज़्यादा ये भारत में जिस खेल का हिस्सा बन रहे हैं इससे उलेमा ए दिन ने हमेशा हमें दूर रखा है । लैकिन कुछ नौजवान बार बार समझाने के बाद भी इनके बहकावे में आजाते हैं ।
ये नांदेड़ आये थे, जब साथी इनसे मिलने गए तो ये एक दम डरे घबराए से लग रहे थे इसके मायने ऐसे निकाले जैसे के इनमें खुद एतेमादी की कमी सी है ।
उस समय इनका मसला अम्बेडकर साहब से था. क्योंकि बिहार और उत्तरप्रदेश में इन्हें दलितों का विरोध करना था । अब इनका मसला फिर से हिंदुओ से शुरू होगया है ।
जब ये अंबेडकर की आलोचना कर रहे थे, तब नांदेड़ के एक साथी ने इनसे अम्बेडकर साहब के साहित्य पर कुछ सवाल किए वो जवाब ना दे सके – कहा के “मैं आभी पढ़ रहा हूँ” ।
इस तरह के लोगों से होशियार रहिए ।।