SD24 News Network
माफ कीजिएगा आज मैं आपको रुलाने वाला हूँ…
क्योंकि बात है दो बच्चों की जो महोबा के थे पर नकारा निक्कमे शासन की भेंट चड़ गए ….आखिर इन माँ के लालों ने किसी का क्या बिगाड़ा था पर जब शासन हो बेऔलादों का तो क्या करिएगा…? एक छोटी सी अर्ज़ है आप लोगों से, अपनी प्यारी औलादों को ख़ूब संभाल के रखिए।
उत्तरप्रदेश के महोबा में मासूम बच्चों की मौत खेत मे लगे कटीले तार में दौड़ रहे करेन्ट के वजह से हो गई, आवारा गायों से फसल बचाने के लिए किसानों ने खेत मे कंटीली तार लगा कर उसको करंट से जोङा रखा था जिसकी चपेट मे बच्चे आ गए यदि किसान आवारा जानवरों से परेशान न होता तो कटीला तार न लगाता…।
अब सोचें की इन आवारा पशुओं की बाढ़ कहाँ से आ गई ? बाढ़ आ भी गई तो पशुओं का प्रबंध क्यों नहीं किया गया..? क्योंकि ये आवारा पशु प्रयोग होते हैं सिर्फ़ और सिर्फ़ राजनीति के लिए …!
सिर्फ़ संत होना ही राजनीतिक कौशल और प्रशासनिक सफलता क़ी गारंटी नहीं हो जाती वरना सारे चिलम छाप आज कही न कहीं प्रधान मंत्री बने बैठे होते….।
देखने वाली बात आज ये है की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उर्फ़ अजय कुमार सिंह बिष्ट की राजनीतिक सफलता के पीछे एसे ही दुखद हादसे हैं रहे हैं जिनको हथियार बना के वो सत्ता के शीर्ष पे बैठें हैं … मासूमों की तो सिलसिलेवार मौत हो रहीं हैं पहले गोरखपुर मे और अब ये सामने है महोबा जिले के ग्राम पलका की यह दुखद घटना… ख़ैर जिनकी औलादें होंगी वही समझ सकता है इस हादसे का मतलब।।
इतना शेयर कर दें की हर माँ बाप तक ये पोस्ट पहुँचे ।।
Via @Rishi Yadav