केरल में बीएससी 3rd ईयर की छात्रा हनान हामिद ने 1.5 लाख रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किये हैं. हनान अपनी पढ़ाई मछली बेचकर करती हैं. इसी पैसे से वो अपनी माँ और भाई का खर्चा भी चलाती हैं. आज उन्होंने मछली बेचने से हुई अपनी सारी कमाई बाढ़ पीड़ितों की मदत के लिए दान कर दी है.
हनान इस काम को लेकर काफी चर्चा में हैं. पर इससे पहले हनान तब चर्चा में आयी थीं जब उन्हें मछली बेचने के लिए ट्रोल किया गया था. लोगों को हनान की यह बात नागवार गुजरी थी कि वह स्कूल ड्रेस में मछली बेचती हैं. लोगों ने उन्हें ट्रोल करते हुए झूठा और कहानियां बनाने वाला कहा , उनकी सार्वजनिक तौर पर निंदा की और उन्हें गालियां दीं थीं.
बाद में केरल सरकार के केंद्रीय मंत्री अल्फोंस कन्नाथनम ने ट्रोल्स का कड़ा विरोध किया और बताया कि हनान का जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है और वो बहुत मुश्किल से गुजर बसर करती हैं. उनके जीवन संघर्ष से जुड़ी बातें झूठ नहीं बल्कि सच हैं. उसी समय केरल में ऐसे बहुत से भले लोग सामने आये जिन्होंने हनान खानम की खुलकर मदत की.
आज त्रिशूर की रहने वाली 21 वर्षीय हनान हामिद ने पैसे डोनेट करते वक्त कहा कि ” मुझे लोगों से जो मिला मैं वही वापस कर रही हूं. क्योंकि जिन लोगों ने मेरी मदद की वो आज बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं. इसलिए उनकी मदद के लिए मैं इतना तो कर ही सकती हूं “
इधर उत्तर भारत में हालत ये है कि बाढ़ पीड़ितों को लेकर समाज का एक वर्ग जश्न मना रहा है. पीड़ितों के बीच हिन्दू- मुसलमान और दलित सवर्ण का भेद कर रहा है. मदत करने की बजाय उत्तर-दक्षिण और भाजपा-गैरभाजपा शासित राज्य का बंटवारा करने की राजनीति कर रहा है.
ऐसे समय में हनान जैसी लड़कियां हमारे निर्मम और अमानवीय होते जा रहे समाज में भलाई और मानवता की उम्मीद हैं. ऐसे इंसानों के दम पर ही इस समाज में अभी तक मानवता कायम है. हनान हामिद को दिल से सलाम और उनको भी सलाम जो इस नफरत के दौर में बगैर किसी भेदभाव के मदत के लिए आगे आ रहे हैं.
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