SD24 News Network : बाबा धर्मेन्द्र दास के आश्रम में चलता था अय्याशी का अड्डा,महिलाओ से रेप के बाद करता था ऐसा घिनौना काम…
नरसिंहपुर/इंदौर : एमपी के नरसिंहपुर में स्वयंभू धर्मगुरु धर्मेंद्र दास दुबे के खिलाफ रेप के 3 मामले दर्ज किए है। धर्मेंद्र दास दुबे इस समय न्यायिक हिरासत में है। पुलिस ने धर्मेंद्र को नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक पदार्थ अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था। उसके बाद धर्मेंद्र दास के खिलाफ POCSO अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धारा 354 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
आरोपी धर्मेंद्र दास नरसिंहपुर जिला से करीब 35 किलोमीटर दूर ग्राम नांदिया बिलहरा में साकेत धाम नामक आश्रम चलाता है। नरसिंहपुर एसपी अजय सिंह ने कहा कि 4 पीड़ितों ने सटाला पुलिस स्टेशन में धर्मेंद्र दास के खिलाफ बलात्कार और छेड़छाड़ की शिकायत की है। इन्हीं शिकायतों के आधार पर चार अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। इन 4 मामलों में से तीन भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत बलात्कार के हैं और एक POCSO एक्ट की धारा 354 के तहत दर्ज किया गया है। 4 में से 1 पीड़िता नाबालिग है।
एमपी के नरसिंहपुर से गिरफ्तार बाबा धर्मेंद्र दास की मुश्किलें बढ़ीं
गांजा तस्करी के आरोप में 4 अगस्त को गिरफ्तार हुआ था बाबा
बाबा के ऊपर अब 3 रेप के केस हुए दर्ज, आश्रम से मिला था अश्लील सीडी
बदनामी के डर से अब तक चुप थी महिलाएं, और पीड़ित आ सकती हैं सामने
पुलिस के मुताबिक, धर्मेंद्र दास के आश्रम पर 4 अगस्त को छापा मारा गया था और उसके कब्जे से 2 किलो से अधिक गांजा, कई पेन ड्राइव और वीडियो सीडी बरामद की गई थी। कथित तौर पर
ढोंगी बाबा ने एक ही गांव की तीन महिलाओं के साथ यौन शोषण किया था और कई महीने से उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था। सूत्रों के अनुसार, कई ग्रामीणों ने इससे पहले भी धर्मेंद्र दास के खिलाफ उसकी गतिविधियों और गांव की कई महिलाओं साथ कथित यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग की शिकायत की थी।
आश्रम से जब्त किए गए सबूतों में कई वीडियो सीडी भी पाई गईं, जिसके माध्यम से पीड़ितों को ब्लैकमेल किया जा रहा था। वहीं, परिवार के सदस्यों ने जोर देकर कहा कि वे बदनामी के डर से शिकायत नहीं करना चाहते थे। इसके बाद पुलिस के पास कोई विकल्प नहीं था और 4 अगस्त को एनडीपीएस एक्ट के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसी दिन उसे अदालत में पेश किया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वीडियो की सामग्री के जरिए पुलिस ने पीड़ित परिवारों से संपर्क किया है और उन्हें औपचारिक शिकायत दर्ज करने के लिए आश्वस्त किया।