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सिंधिया द्वारा अंग्रेजी में लिखे गए इस्तीफे का हिंदी अनुवाद :
“मैं और मेरा राज परिवार हमेशा से देश के साथ खड़े रहे हैं,पहले देश मे पठानों का राज था तो हम पठानों के साथ थे, फिर देश मे मुगलों का राज आया तो हम मुग़लिया सल्तनत के अधीन हो गये।
जब अंग्रेज़ों का दौर आया तो सल्तनत बचाने के लिये उनकी भी गुलामी की और फिर जब तक कांग्रेस राज चला तो हम कांग्रेसी रहे।
ये मेरी और मेरे इकलौते राज परिवार की कहानी नहीं है, ये हर उस रीढ़विहीन राज परिवार की कहानी है जो समय समय पर संधियों और समझौतों के सहारे अपनी सल्तनत को अाज तक बचा पाये हैं वरना आज हम भी देश के किसी कोने में मुग़लों के वंशजों की तरह कहीं चाय बेंच रहे होते।
“परिवर्तन ही सृष्टि का नियम है, इसे (इस्तीफे को) स्वीकार कीजिये।”
यह एक व्यंग है, तो सच्चाई क्या है ? सच्चाई यह है की, सिंधिया ने दलित, मुस्लिम, पिछड़ों के वोट बीजेपी के खाते में इसलिए ट्रांसफर किये, ताकि NRC, CAA, NPR लागू करने में आसानी हो. ?