SD24 News Network – बच्चों के सामने गर्भवती मां से गैंगरेप, पूरे दलित परिवार को बनाया बंधक!
यह मामला MP के छतरपुर का है, जहां दलित युवक का कसूर बस इतना था कि उसने गांव के सामंति लोगों के खेत में काम करने से मना कर दिया. जिसके बाद दलित युवक और उसके भाई के साथ जातिवादी गुंडों ने बुरी तरह से मारपीट की, जिसके बाद दोनों दलित युवक जान बचाकर वहां से कैसे भी भाग गए.
जातिवादी गुंडों का इससे मन नहीं भरा जिसके बाद वे दलित युवक के घर गए, पूरे परिवार के साथ मारपीट की. 70 साल की बुजुर्ग सास को पीटा, फिर दलित युवक की गर्भवती पत्नी के साथ बच्चों के सामने गैंगरेप किया. यह सब सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि दलित को उसकी औकात दिखाई जा सके. ऐसा मैं नहीं कह रही हूं बल्कि तमाम रिपोर्ट्स और रिसर्च कहती हैं कि जातिवादी गुंडे ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उनके मुताबिक सदियों से यही होता आया है.
इन जातिवादी आंतकियों ने पूरे परिवार को 4 दिन तक बंधक बनाकर रखा ताकि कोई पुलिस तक न पहुंच पाए. पता नहीं कितनी बार इन्हें पीटा गया होगा और कई बार गैंगरेप किया गया होगा! ये खबरें हमारे सभ्य समाज को ज्यादा झकझोरती नहीं हैं, क्योंकि वे शायद दलितों को इंसान ही नहीं मानते! ऐसी खबरों को नॉर्मलाइज कर दिया जाता है, इग्नोर किया जाता है क्योंकि सदियों से यही होता आया है और 21वीं सदी में भी उसे ही कायम रखने की कोशिश की जा रही है.
DM थप्पड़ मामले पर लगातार ट्वीट करने वाले ऐसे मामलों पर ट्वीट नहीं कर रहे हैं, गर्भवती दलित महिला का गैंगेरेप बच्चों के सामने किया जाए, इसपर नहीं बोल रहे हैं. मुझे यहां की सरकार और व्यवस्था से कोई उम्मीद नहीं है, लेकिन लिबरल-प्रोग्रेसिव कहने वाले लोगों की यह खामोशी चुभती है, खुद को सच्चा पत्रकार कहने वाले लोगों की खामोशी और ज्यादा चुभती है!
सभी से गुजारिश है कि आपलोग DM थप्पड़ मामले में DM का तबादला करवा सकते हैं तो क्या आज दलित गैंगरेप पीड़िता गर्भवती मां के लिए आवाज़ नहीं उठा सकते हैं? बच्चों के सामने गर्भवती मां का गैंगरेप किया गया है, पीटा गया, बंधक बनाया गया, वो भी सिर्फ खेत में काम करने से मना करने पर, इससे भयावह क्या हो सकता है? प्लीज सभी लोग आवाज़ उठाइए, आपकी आवाज़े सुनी जाती हैं. उन बच्चों का सोचिए कि उन पर क्या गुजर रही होगी, उन मासूमों के सामने उनकी मां का गैंगरेप किया गया, पता नहीं कैसे वे उबर पाएंगे इन सबसे…प्लीज आवाज़ उठाइए!