फिलिस्तीन ने जिन यहूदियों को शरण दी थी उन्ही ने फीलिस्तीन को ही समाप्त कर दिया
जिन मुस्लिम्स और अरब ने हिटलर के कहर से बचाकर दया दिखाई थी उन्हीं के इस्लाम को और इस्लामिक संस्कृति को पथभ्रष्ट करने की कोशिश की। अब हमारी बारी है क्योंकि हम कायर स्वभाव के होने के साथ साथ ब्रेन वाश किए हुए मूर्ख भी है।
यह तो सब देख चुके होंगे कि कैसे नेतन्याहू के बेटे ने मां दुर्गा के स्वरूप को अति निंदनीय एवम् अश्लील मुद्रा में ट्वीट किया था। इस अति शर्मनाक हरकत पर क्या किसी हिन्दुत्व पाखंडी या परजीवी का विरोध स्वर सुनाई दिया ?
क्या कथित रूप से हिन्दू हृदय सम्राट और हिन्दुत्व रक्षक कहलवाने वाले की इतनी हिम्मत हुई कि इजरायल के राजदूत को तलब करके भारत के एक बड़े समुदाय की धार्मिक भावनाओं का अनादर करने के कारण विरोध पत्र सौंप सके ?
क्या किसी मीडिया चैनल पर इस विषय पर बहस होगी कि नेहरूजी ने तब इजरायल को क्यों नहीं रोका जब वो एक देश बन रहा था।
यदि पटेल प्रधानमन्त्री बनाए जाते तो इस्राएल को शरण ही न लेने देते और यदि दलालों की मानते तो उन्हें भारत में स्थान देते। कोई तो नेतन्याहू के बेटे की निन्दा कर दो या मां दुर्गा से बड़ा हुदी बाप बना लिया गया है ?
—Dr. Parmod Pahwa