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प्यार परवान चढ़ा, समलैंगिक मेहता और वैभव जैन ने की धूमधाम से शादी, आदमी हूँ आदमी से प्यार करता हूँ
पराग मेहता और वैभव जैन अमेरिका में रहने वाले दो भारतीय पुरुष हैं. दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं और इन्होंने धूमधाम से बीते अप्रेल में शादी भी कर ली इंडिया वालो को अब बताया पराग और वैभव की शादी में सबसे खास बात ये थी इनके परिवार वाले समलैंगिक शादी के खिलाफ नहीं थे
और उन्होंने ही धूमधाम से इनकी बारात निकाली, पराग और वैभव ने भी अपनी शादी में कोई कसर नहीं छोड़ी. इन दोनों में बच्चा कौन पैदा करेगा ये अभी गुप्त रखा गया है. जानकारी प्राप्त होने तक कुछ नही कहा जा सकता………. समलैंगिक विवाह, सूचना समाप्त
विदेश से ऐसी कई खबरें आती हैं जहां पर समलैंगिक विवाह हो रहे हैं. कुछ दिन पहले भी ये खबर आई थी कि दो लड़कियों ने शादी कर ली थी जो भारत का ही मामला था. इसके बाद दो अन्य भारतीयों ने ऐसी ही शादी की है. बता दें, पराग मेहता और वैभव जैन दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. दोनों भारतीय हैं और अमेरिका में ही रहते हैं. दोनों के रिश्ते के लिए उनके परिवार वाले भी तैयार हो गए. जिसके बाद उन्होंने शादी करने में देर नहीं की.
दरअसल, पराग और वैभव दोनों सिंपल शादी करना चाहते थे. लेकिन उनकी फैमिली ये शादी धूम- धाम से करना चाहती थी. परिवार की मर्जी दोनों को माननी पड़ी. आप देख सकते हैं, जिस तरह दुल्हन हाथ में मेहन्दी रचाती है उस तरह दोनों ने हाथ में मेहंदी रचाई. दोनों ने शेरवानी के साथ सर पर साफा भी पहना. शादी के लिए दोनों दुल्हों की बरात निकली. पराग मेहता ने अपने इन्स्टाग्राम अकाउंट पर अपने हाथों में लगी मेहंदी की तस्वीरें शेयर की हैं.
बता दें, पराग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी लिखा है कि, जैन धर्म में शादी की प्लानिंग करना सबसे मुश्किल काम है, क्योंकि हम दोनों जानते हैं कि इंडियन शादी के रिवाज बहुत सख्त होते हैं. ये अच्छी तरह से हो जाए यही बड़ी बात है. इसमें बहुत सारे रीति रिवाज होते हैं, जो साफ तौर पर लड़कियों के लिए होते हैं. शुक्र है कि वैभव ने पेन लिया और एक अच्छी स्क्रिप्ट तैयार की. समाज के इन रीति-रिवाज़ को बदलने की जरुरत है.
अजीब बात ये है कि पराग ने जब मेहंदी लगाने की बात कहीं तो उन्हें कहा गया कि लड़के मेहन्दी नहीं लगाते है. ये सिर्फ लड़कियों के लिए होता है. लेकिन मेहंदी सुहाग की निशानी है इसलिए दोनों ने मेहंदी लगाई. दोनों की बारात नाचते गाते मंडप तक पहुंची दोनों की सास ने उनका तिलक किया. लड़का लड़की की शादी में कन्यादान होता हैं, लेकिन वैभव और पराग ने अपनी शादी में वरदान करवाया. यानि देखा जा सकता है कि दोनों की शादी उसी तरह हुई जिस तरह एक लड़का और लड़की की होती है.