मुम्बई : देशभर में Corona Virus को लेकर हालात काफी गंभीर बताए जा रहे है । इस बीच गुजरात मे सबसे ज्यादा कोरोना केमरीज और मौतों का आंकड़ा सामने आ रहा है । लेकिन महाराष्ट्र Corona वायरस के नाम से चर्चा का विषय बना हुआ है ।
महाराष्ट्र के जिला नांदेड़ के हालात काफी खेद और दुखप्रद दिखाई दे रहे है । नांदेड़ में Corona बाधितों को किसी भी अस्पताल में बेड नही मिल पा रहे है । किसी Corona बाधित को बेड ।मिल गया तो इंजेक्शन नही मिल पा रहा है । इंजेक्शन मिला तो Oxyzen नही मिल पा रहा । वेंटिलेटर की तो दयनीय स्थिति है ।
कुल मिलाकर बात की जाए तो नांदेड़ में प्रशासन असफल दिखाई दे रहा है । शासन प्रशासन की असफताओं के चर्चे सोशल मीडिया पर आम हो रहे है । और लोकप्रतिनिधियों का गायब हो जाना असफलताओं का कारण माना जा रहा है । वास्तव में कुछ भी नही लेकिन कागजी घोषणाओं की मूसलधार बारिश हो रही है ।
लोकप्रतिनिधियों को लेकर लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है । सोशल मीडिया द्वारा चर्चाओं में संरक्षक मंत्री अशोक चव्हाण की असफलताओं को देखते हुए स्थानीय लोमप्रतिनिधि को संरक्षक मंत्री बनाये जाने की मांग की जा रही है । और साथ ही आरोप लगाया जा रहा है कि, नांदेड़ के संरक्षक मंत्री नांदेड़ में नही बल्कि ज्यादातर मुम्बई में ही रहते है ।
Vaccine, Ventilator, Oxyzen, Injection की पूर्ति करने की मांग ने तूल पकड़ा हुआ है । ऐसे में शासन द्वारा LockDown के निर्णय के खिलाफ वंचित बहुजन अघाड़ी द्वारा मार्च किया गया । आज 10 अप्रैल को VBA के फारूक अहमद के नेतृत्व में निकले गए मार्च को दर्जनों व्यापारी संगठनों का समर्थन हासिल हुआ था । बताया जा रहा है कि शासन प्रशासन अपने असफलताओं पर पर्दा डालने के लिए LockDown करने का निर्णय ले रही है । जिसके कारण हजारों छोटे व्यापारियों और ।मजदूरों पर भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है ।
वंचित बहुजन आघाडी नांदेड़ के शहर सदर Ayyub Khan जिन्होंने आज के ब्रेक दि लॉकडाउन मोर्चे को सफल बनाने में अपनी पूरी सूझबूझ मेहनत से कामयाब बनाया। नई आबादी के व्यापारी तथा वहां के नौजवानों ने उनका सत्कार करना चाहा, लेकिन इस कोरोना काल मे बहोत से साथी इस दुनिया को अलविदा कह कर अपनों से दूर चले गए है ऐसा कहते हुए अय्यूब खान ने सत्कार स्वीकारने से इंकार किया और सभी का शुक्रिया अदा किया।
LovkDown को लेकर आपकी राय निचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं । धन्यवाद ।