जाग उठा मुसलमान, गोदी मीडिया के खिलाफ और दो FIR

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जाग उठा मुसलमान, गोदी मीडिया के खिलाफ और दो FIR
तबलीगी ज़मात के खिलाफ फर्जी खबरें
‘Times Now’ को मानहानि का नोटिस
अर्णब गोस्वामी, रजत शर्मा, रमेश अग्रवाल और मधु के खिलाफ FIR करने की मांग
हैदराबाद : निजामुद्दीन मरकज़ मामले में मीडिया द्वारा तबलीगी ज़मात के खिलाफ फैलाए गए फर्जी ख़बरों के मामले में मुसलमानों ने संविधानक अधिकार के तहत कानूनी तौर पर कारवाही करने की शुरुआत क है. तहरीके मुस्लिम शब्बन के मुहमद मुश्ताक मलिक इनके नेतृत्व में एंकर अर्नब गोस्वामी, रज़त शर्मा, हिमेश अग्रवाल और मधु इनके खलाफ शिकायत दर्ज कर FIR करने की मांग की गयी है.

मुश्ताक मलिक ने कहा की, पुलिस प्रशासन ने यदि फ़र्ज़ खबरे चलाने वालों के खिलाफ FIR दर्ज नहीं की या FIR दर्ज करने में आनाकानी की तो पुलिस को पार्टी बनाकर हाईकोर्ट जायेंगे. उन्होंने कहा की, देश में कोरोना वायरस का प्रसार करने के लिए राष्ट्रिय मीडिया विशेषकर इलेक्ट्रनिक मीडिया मुसलमानों के सर पर ठीकरा फोड़ रही है. मुश्ताक ने आगे कहा की, कोरोना जिहाद, कोरोना आतंकवाद, कोरोना मुस्लिम, इस तरह हैश टैग और तब्लिगोई ज़मात तथा मुसलमानों को टारगेट कर मुसलमानों ने ही देशभर में कोरोना वायरस फैलाया है ऐसी तस्वीर बनाकर दिखाई जा रही है. इसके अलावा महाराष्ट्र में भी, तबलीगी ज़मात के सदस्यों ने TIMES NOW टीवी को एक करोड़ मानहानि का नोटिस भेजा है. सलमान निजामी ने कहा है की, फर्जी खबरे फैलाने के मामले में नोटीस भेजी गयी है.
गौरतलब हो की, तबलीगी ज़मात पर लगाए गए आरोपों की जांच कर भाजापा शासित उत्तर प्रदेश के सहारनपुर पुलिस प्रशासन ने उक्त खबरें झूठी होने का प्रमाण दिया है. सहारनपुर पोली ने कहा है की, तबलीगी ज़मात से सम्बंधित खबरों में किसी भी तरह की सत्यता नहीं है. 

सहारनपुर पुलिस ने बताया की, हमने रामपुर मनिहार पोलीस थाना प्रभारी को विभिन्न अखबार, टीवी चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर यह दावों की पड़ताल करने के निर्देश दिए थे. इसमें ज़मातियों द्वारा क्वारंटाइन में  हंगामा कर मांसाहारी खाने की मांग की, इसकी जब जांच की गयी सभी दावे झूठे पाए गए. इसलिए सहारनपुर पुलिस द्वारा सभी ख़बरों को सिरे से खारिज किया गया. सहारनपुर पुलिस ने ZEE न्यूज़ की खबर पर भी ऊनि खबर झूठ होने की पुष्टि की थी और उन्हें तत्काल ट्वीट और खबर डिलीट करने को कहते हुए फटकार लगायी थी. जिससे तबलीगी ज़मात और मुस्लिम समुदाय को, अपमानित करने के लिए भड़काऊ खबरें जानबूझकर चलाई गयी. यह निष्कर्ष निकलता है. 

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