छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 24 जवानों की घेर कर हुई हत्या निंदनीय है। 700 जवानों को घेरकर 24 घंटे तक नक्सलियों ने उन पर फायरिंग की है।
देश के प्रधानमंत्री देश की सुरक्षा से बेखबर बंगाल में “दीदी ओ दीदी” तथा गृहयुद्ध मंत्री “दो मई दीदी गयी” का नारा लगवा रहे हैं।
इनको देश से मतलब भी नहीं , यह तो हर जगह बस चुनाव जीतना चाहते हैं जिससे देश में ज़हर घोल सकें।
यह तो छत्तीसगढ और नक्सलियों का मामला है , काश्मीर में होता तो सभी 24 शव दिल्ली लाए जाते और देश के प्रधानमंत्री उन सबकी परिक्रमा कर रहे होते , देश के सैकड़ो चैनल इसका लाईव भड़काऊ प्रसारण कर रहे होते। एक से एक भगवाधारी पैनल डिस्कशन में जहर उगल रहे होते।
तमतमाए चेहरे लिए प्रधानमंत्री प्रकट होते और इसका बदला लेने का ऐलान करते , फिर कुछ बेकसूर काश्मीरी मारे जाते , मुसलमान और पाकिस्तान गाली खा रहे होते।
5 राज्यों में चुनाव चल रहा है , यह सब करके ध्रुविकरण किया जाता और 2019 की तरह जीत लिया जाता।
अफसोस मोदी जी को इसका मौका नहीं मिला।
देश के जवानों को श्रृद्धांजली
मोहम्मद जाहिद (लेखक सामाजिक कार्यकर्त है)