कुत्ते की इस नस्ल को ” डोबर मैन” कहा जाता है, काले रंग के साथ-साथ इस पर भगवा रंग के धब्बे होते हैं।
कभी अज्ञानता वश इस नस्ल को बहुत अच्छा और गिरह भक्त या घरवादी समझने की भारी भूल की जाती थी। बहरुपिये की तरहं इसके भी अनेक रुप हैं।
इसकी सोचने की दिशा हमेशा उल्टी होती है, जो इसे बेहतर चौकीदार समझकर पालते हैं उन्हें सिर्फ धोखा ही मिलता है।
यह नस्ल स्वयं को घर का स्वामी और मलिक को सेवक समझने लगता है,
यदि समय से’ इसे इसकी खुराक़ न मिले तो यह मालिक पर ही झपटने लगता है और किसी भी दिशा से हमला करके घायल कर देता है। इसमें दिमाग में नफरत भरी रहती है।
वैसे इसे पूंछ कटा भी कहते हैं और पूंछ” जानवर की इज्जत आबरू होती हैं, यह भी याद रखना चाहिए।
आस औलाद या बच्चों वाले’ इसे अपने बच्चों व अपने घर से दूर रखना चाहिए, क्योंकि यह भयावह रूप से मजबूत जबड़े वाला जानवर है और इसका इलाज केवल लाठी डंडा ही है।
समझे।।