इतने बेदर्दी से पुलिस का मार खाने से बेहतर CoronaVirus से मर जाना ठीक है

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नई दिल्ली : CoronaVirus ना की महामारी फैलने के बाद लोग अल्लाह, इश्वर, भगवान से अपने गुनाहों की माफ़ी मांग रहे है. और CoronaVirus से मुक्ति की दुआ/प्रार्थना कर रहे है. सारा विश्व परेशान हाल है. विश्वभर में लोग जी-जान से एक दुसरे की मदद कर रहे है. जिंदा कुत्ते, बिल्ली चूहे, गिलहरी, सांप, बिच्छु खाने वाला अत्यंत निर्दयी देश भी अपनी क्रूरता पर शर्मिन्दा है और वहां के लोग सारी क्रूरताओं को छोड़कर एक दुसरे की मदत करने में लगे है. वहीँ हमारे भारत में कुछ पुलिसवालों ने क्रूरता की हदें पार कर दी है. जिनकी वजह से कई सारे नुक्सान हो रहे है.

सोशल मीडिया पर एक विडियो वायरल हो रहा है जिसमे लगभग 14-15 साल के लड़कों को दो पुलिस वाले अत्यंत निर्दयता से मार रहे है, उन्होंने इतना मारा के दो लाठिया टूट गयी. उसके बाद उन्होंने एक बाइक तोड़ी. उसके बाद गाली गलोच करते हुए वहां से भगा दिया. विडियो कहाँ का है इसकी पुष्टि तो नहीं हुई. लेकिन महाराष्ट्र के सामाजिक कार्यकर्ता सूट बर्मन ने यह विडियो फेसबुक पर अपलोड किया, इसके बाद हमने उसे अपने पेज पर अपलोड किया. आप निचे देख सकते हो.
1. कुछ पुलिसवाले ही ऐसे है जिनकी वह से राष्ट्रिय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय पुलिस की बदनामी
2. आम लोगों के दिलों में पुलिस नाम से नफरत बढ़ रही है.
3. पीड़ित लोगों का शारीरिक, मानसिक और आर्थिक नुक्सान.

ऐसे बहुत सारे नुकसान है. सभी राज्य सरकारों ने पुलिस को हिदायत दी है. के वह लोगों पर लाठी का इस्तेमाल ना करे. लेकिन कुछ पुलिसवाले सडकों पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर पुलिस प्रशासन का तमाशा बना रहे है. ऐसे पुलिस वालों को पुलिस प्रशासन और स्थानीय सरकारों ने तत्काल सख्त कारवाही करते हुए हमेशा के लिए घर भेज देना चाहिए. इस तरह की मांग की जा रही है और पुलिस की निर्दयता देखकर लोगों में काफी गम-गुस्से का माहौल दिखाई दे रहा है. घरों में लोग काफी परेशान है. भूख से दवाई के अभाव में, जीवनावश्यक वस्तुओं के अभाव में और बाहर निकलते ही पुलिस द्वारा निर्दयता से पिटाई. ज़रा सोचा जाए किसीका बच्चा घरमे भूख से तड़प रहा है. उसका पिता खाना लेने के लिए बाहर निकले और पुलिस द्वारा निर्दयता से पिटा जाए तो माहौल क्या होगा ? उस पिता के दिल में पुलिस के प्रति नफरत आएगी. वक्त रहते सरकार और प्रशां निराकुश पुलिसवालों पर अंकुश लगाकर जनता पर उपकार करे और पुलिस प्रशासन ऐसे पुलिसवालों पर सख्त कारवाही कर अपनी बदनामी होने से रोकने की मांग बुद्धिजीवी वर्ग की और से की जा रही है.

यह है पुलिस जिसको हर कोई गर्व से सलाम करता है. और ऐसे पुलिसवालों ने सिर्फ कहने मात्र से लोग घरों में भूखे बैठेंगे लेकिन बाहर नहीं निकालेंगे. क्यूंकि लोगों के दिलों में ऐसे पुलिसवालों के लिए सम्मान होता है और अपने देश अपने राज्य अपने शहर की पुलिस होने पर गर्व होता है. लोग इनकी इज्जत करते है इसलिए इनका कहा भी मानते है,


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