1947 हिंदुस्तान का बटवारा हुआ और गाँधी जी तथा जिन्ना द्वारा भरोसा दिलाया गया कि पंजाब से किसी को भी धार्मिक आधार पर जबरदस्ती इधर या उधर विस्थापित नहीं किया जाएगा और दोनों देश धार्मिक आधार पर भेदभाव नहीं करेंगे ( 11 अगस्त 1947 जिन्ना, नेशनल असेम्ब्ली )
लेकिन हिन्दू महासभा ने इसका विरोध किया और पहले अफवाहे फैली फिर दंगा जिसके बाद नरसंहार।।
आज बंगाल में बीजेपी केवल 3 सीटे जीत सकी है जबकि दावा 200 पार् का था। यदि हार स्वीकार् कर ले तो गोबर पट्टी वाले गोबर भर देंगे वरना बंगाली तो लात मार ही चुके है।
आखरी हथियार अफवाहे, नफरत और दंगा बेशक अपने भक्त ही बली चढाने पड़े।
इस बार बीजेपी आउट सोर्सिंग कर रही है जैसे us अफगानिस्तान से अपनी फ़ौज निकाल कर डिफेन्स कॉन्ट्रेक्टर ( काला पानी ) को नियुक्त करके निकल रहा है।।
और नफरत तथा अफवाहों का ठेका लिया है कंगना राणावत ने। इंस्ट्राग्राम पर जमकर गंदगी फैलाई हुई है वो भी ममता बनर्जी के मीम बना कर।।
देश तोड़ने की चड छिपी मंशा का खुलासा हमने तीन साल पहले कर दिया था भरोसा है कि कामयाब भी नहीं होने देंगे।।
सरकार को ऐसी नफरत फैलाने वाली मानसिक बीमार को तुरंत इलाज के लिए पागल खाने में जमा करना चाहिए। वैसे तो ममता दीदी तमाम रास्ते जानती हैं।
-प्रमोद पाहवा