SD24 News Network
1947 से अब तक. 1,63,009 SC ST वर्ग की महिलाओं का यौन शोषण किया गया
जिस व्यक्ति या समूह का Suppression – दमन किया गया उन्हें Dipressed – दबा हुआ, शोषित, उदास माना गया. Dipressed से ही dipression – अवसाद शब्द बना !
ब्रिटिश साम्राज्य 1931 तक पिछड़े वर्ग को जनगणना में Depressed क्लास के तौर पर गिनती थी. जो ब्राह्मण क्षत्रिय वर्ण से अलग समूह है जिन्हें शास्त्रों में शूद्र वर्ग कहा गया है ! शूद्र वर्ग से.. अछूत.. कभी चंडाल बने.. ब्रिटिश ने Dipressed वर्ग कहा.. गांधी ने हरीजन बनाया.. संविधान ने OBC SC ST बना दिया !
ब्रिटिश शासन ने हमे Dipressed क्लास क्यों कहां. अंग्रेज़ी हुकूमत ने अपने शोध अध्ययन में पाया धन संपत्ति सत्ता व्यापार और शिक्षा पर कुछ मुट्ठी भर अल्पसंख्यक वर्ग का वर्चस्व है. इस अल्पसंख्यक वर्ग को अंग्रेज़ों ने Privilege वर्ग का नाम दिया अर्थात जिसके पास समाज में जन्म के आधार पर विशेषाधिकार प्राप्त है !
शास्त्रों में Privilege वर्ग का नाम ब्राह्मण क्षत्रिय और वैश्य है. इस वर्ग के बदौलत अंग्रेज़ों ने देश में अपना शासन व्यवस्था मजबूत कर चलाया. ब्रिटीश हुकूमत को सबसे ज्यादा विरोध Dipressed वर्ग की ओर से झेलना पड़ा, जिसकी सज़ा ट्राइबल एक्ट बनाकर 1871 में हज़ारों Dipressed जातियों को अपराधी घोषित कर दिया !
1947 में आज़ादी देकर ब्रिटिश पुरे सत्ता की ताक़त Privilege अल्पसंख्यक वर्ग को सौप कर चले गए. तब से लेकर आज तक Privilege वर्ग अपना वर्चस्व कायम रखते हुए dipressed वर्ग पर शासन कर रहे हैं !
Privilege वर्ग के पास शहर के पॉश इलाकों में मकान है. लक्ज़री स्कूलों अस्पतालों तक पहुँच है. इनके यात्रा आराम के लिए बड़े बड़े सुंदर अलीशान हवाई अड्डे बनाए गए. मिडिया, न्यायालय, फिल्म इंडस्ट्री, व्यापार, उद्योग, सरकार, प्रशासन, साहित्य, पत्रकारिता, शिक्षा हर क्षेत्र में Privilege वर्ग का वर्चस्व कायम है !
देश की 73% संपत्ति 1% Privilege वर्ग के कब्जे में आ चुकी है. 2018 में 82% आय इन्ही 1% खास वर्ग के पास गयी. देश की 5% संपत्ति 60% आबादी Dipressed वर्ग के पास है ! करोड़ों रुपए आय होने के बावजूद Privilege वर्ग अवसाद अर्थात Dipression से पीड़ित होकर कभी कभी खुदकुशी करते हैं. किसी की गल फ़्रेंड छोड़कर चली गई, किसी की थोड़ी आय घट गयी. इस वर्ग के अवसाद पर खूब लिखा पढ़ा जाता है !
किसान की आत्महत्या को क़र्ज़ के कारण तनाव बताकर रफा दफा कर दिया जाता है. आपने कभी पढ़ा है किसान या जातीय भेदभाव के कारण पिछड़े वर्ग के छात्रों में होने वाला dipression ! धन संपत्ति होने के बावजूद Privilege वर्ग अवसाद जानबुझकर लेता है. उसके द्वारा लिखा धर्म, उसकी बनाई नीतियों के कारण 80% आबादी आर्थिक तंगी सामाजिक भेदभाव के कारण सदियों से Dipressed हैं !
Dipressed वर्ग से कोई रोहित वेमुला, पायल ताडवी, डेल्टा मेघवाल पैदा होता है टी उससे जातीय हिंसा भेदभाव कर प्रताड़ित अपमानित कर उन्हें Dipression देकर खुदकुशी करने पर मजबूर कर दिया जाता है !
1947 से अब तक.
54,312 SC ST वर्ग का Privilege वर्ग ने मर्डर कर दिया.
1,63,009 SC ST वर्ग की महिलाओं का यौन शोषण किया गया.
65,70,000 SC ST वर्ग के लोगों से जातीय हिंसा कर उन्हें मारा पीटा गया, उनकी जमीन छीनी गयी, उनका घर जलाया गया.
2000 वर्ष के आंकड़े कितने बड़े भव्य दर्दनाक तस्वीर पेश करेंगे !
– Kranti Kumar..