अज़ान से परेशान VC संगीता श्रीवास्तव पर 2 करोड़ की रिश्वत का आरोप

2 करोड़ रिश्वत लेते विवि संगीता श्रीवास्तव का वीडियो वायरल ।। इन्ही को थी अज़ान से दिक्कत

SD24 News Network
– अज़ान से परेशान VC संगीता श्रीवास्तव पर 2 करोड़ की रिश्वत का आरोप

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नौकरी के नाम पर घूस मांगने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

इस वीडियो में एक संविदा कर्मचारी वाइस चांसलर और रजिस्टार पर भर्ती के टेंडर के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप लगा रहा है।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने वीडियो को मनगढ़ंत करार देते हुए वायरल करने वाले को ऊपर कड़ी कार्रवाई किये जाने की बात कही है




इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव और रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल पर दो करोड़ रिश्वत लेने के बाद संविदा कर्मचारी भर्ती का टेंडर देने का आरोप लगा है। यह आरोप भर्ती प्रक्रिया पूरी कराने वाली कंसल्टेंट कंपनी ने लगाए हैं। इसका वीडियो और ऑडियो शनिवार को वायरल हो गया। अब कंसल्टेंट कंपनी पर एक पद के एवज में आवेदकों से रुपये वसूलने के आरोप लगे हैैं।




इविवि प्रशासन ने संविदा पर कर्मचारी भर्ती के लिए टेंडर जारी किया था। लखनऊ की फर्म में. सन फैसिलिटी सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड ने 209 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। नियुक्ति वॉक इन इंटरव्यू के लिए होनी थी। बैंक रोड स्थित इविवि के गेस्ट हाउस में इंटरव्यू की प्रक्रिया 25 मार्च से शुरू हुई, जो कि 28 तक चलनी थी। कंपनी ने भर्ती प्रक्रिया लक्ष्यदीप इंफो प्लेसमेंट, प्रॉपर्टी एंड एजुकेशन ग्रुप के जरिए शुरू कराई। शनिवार को आवेदक जुटे थे। इसी बीच छात्रनेता अजय यादव सम्राट, मोहम्मद मसूद और राहुल पटेल ने वीडियो वायरल किया जिसमें पत्रिका चौराहा स्थित कंसल्टेंट कंपनी के कुलदीप शर्मा और एके मिश्र आवेदकों से नियुक्ति के लिए रुपये मांग रहे हैं। कंपनी के एके मिश्र वीडियो में दावा कर रहे हैं कि कॉपी और 25 हजार एडवांस रकम पहुंचाने के बाद ही लिस्ट लखनऊ भेजी जाएगी। प्रतिमाह एक हजार देना होगा। क्योंकि कुलपति और रजिस्ट्रार को दो करोड़ रुपये देकर टेंडर लिया है। वीडियो में कुलदीप शर्मा 99.9 फीसद नौकरी दिलाने का दावा कर रहे हैं। 




संविदा पर होने वाली भर्ती में कुलपति के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) निखिल आनंद श्रीवास्तव भी इंटरव्यू पैनल में शामिल हैं। जबकि, खुद संविदा पर हैं। छात्रनेता अजय यादव से तीखी झड़प भी हुई। हालांकि, निखिल का कहना है कि वह इसमें शामिल नहीं हैं। 




सुरक्षाकर्मियों ने गेट बंद कर दिया। इसके बाद कुछ ही लोगों को बुलाया जा रहा था तो आवेदकों ने विरोध शुरू कर दिया। अचानक कंपनी ने इंटरव्यू प्रक्रिया निरस्त कर दी। कंपनी प्रबंधन की तरफ से जारी सूचना में कहा गया कि कोविड-19 के चलते यह प्रक्रिया स्थगित की गई है। 




आरोप निराधार है। वीडियो और ऑडियो चीफ प्रॉक्टर को भेजकर आरोप लगाने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। साथ ही एजेंसी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। 
– प्रोफेसर एनके शुक्ल, रजिस्ट्रार, इविवि
(जागरण से साभार)

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