सुलेमान यूपी एससी की तैयारी कर रहा था जिसकी पुलिस ने नहटौर में गोली मारकर हत्या कर दी,सुलेमान के पिता ज़ाहिद हुसैन अपने बेटे की मौत के बाद उसकी किताबों को टटोल रहे है,निहार रहे है नज़रे गड़ा रहे है,किताबों में अपने बेटे को ढूंढ रहे है,लेकिन उनके बेटे को तो पुलिस खा चुकी है,बिजनौर पुलिस अपनी गोली से सुलेमान की मौत से इनकार करती रही,कई प्रेस कांफ्रेंस हुई किसी अधिकारी ने कहा कि सुलेमान हम पर कट्टे से गोली चला रहा था, लेकिन सुलेमान के पिता कहते है कि मेरा बेटा नोएडा में यूपी एससी की तैयारी कर रहा था बीमारी की वजह से घर आया हुआ था,नमाज़ पढ़ने गया हुआ था पुलिस रास्ते मे से उठाकर ले जाती है और थोड़ी दूर ले जाकर सिर में गोली मार देती है,जब हम अस्पताल लेकर गये तो वहां मृत घोषित कर दिया जाता है, मेरा बेटा नमाज़ पढ़ने गया था कट्टा नही टोपी लेकर गया था।
न्यूज़लांड्री के पत्रकार मित्र Basant Kumar से सुलेमान के पिता ज़ाहिद हुसैन आगे की कहानी बताते है लेकिन सुलेमान कैसा लड़का था इसकी तस्दीक कराने के लिए मुहल्ले के प्रदीप शर्मा को बुलाकर लाते हैं,प्रदीप शर्मा सुलेमान के पड़ोसी है, शर्मा जी कहते है कि सुलेमान काफ़ी होनहार लड़का था,कभी उसका मुहल्ले में किसी के साथ झगड़ा भी नही हुआ था।
सुलेमान के पिता ज़ाहिद हुसैन कहते है कि पुलिस ने मेरे बेटे को मार दिया और गांव की मिट्टी भी नसीब नही होने दी, यानी सुलेमान को पुलिस ने गांव में दफ़नाने नही दिया, सुलेमान का बिजनोर में पोस्टमार्टम होता है जब परिजन शव को लेकर अपने कस्बे नहटौर को लेकर चलते हैं तो पुलिस कहती है कि इसे यही कही दफना दो गांव में मत ले जाओ, हमे डराया गया धमकाया गया, हमने ख़ूब गुज़ारिश की लेकिन पुलिस ने शव गांव की ज़ानिब नही बढ़ने दिया, हमने सुलेमान के शव को ननिहाल में दफ़नाने की बात की तो पुलिस ने वहां भी नही जाने दिया, ननिहाल पोस्टमार्टम हाउस के करीब थी, रोकर गुज़ारिश की तो पुलिस ने सुलेमान के शव को ननिहाल में दफ़नाने की इजाज़त दे दी और हम ननिहाल की तरफ़ शव लेकर चल दिये हमारे साथ पुलिस ने अपनी तीन गाड़िया लगा दी थी।
इस तरह से पुलिस ने यूपी हत्याएं की है, सुलेमान की मौत की ज़िम्मेदारी अब पुलिस ने ली है पुलिस ने क़ुबूल किया है कि सुलेमान की मौत पुलिस की गोली से हुई लेकिन पुलिस का कहना है कि सेल्फ़ डिफेंस में चलाई गई गोली से मौत हुई है, क्या सुलेमान प्रदर्शन में शामिल था?यदि शामिल भी था तो क्या सुलेमान अकेला ही पुलिस पर हमला कर रहा था?सुलेमान प्रदर्शन में शामिल ही नही था, पुलिस ने मस्जिद के नज़दीक से उठा सुलेमान की हत्या की है,योगी पुलिस की गुंडागर्दी पूरे देश ने देखी है,बदला लेने वाली बात कहकर मुख्यमंत्री ने अपनी पुलिस को आगे कर दिया है और कहा गया है कि खूब घर उजाड़ो आपको सुरक्षित कर लिया जायेगा बचा लिया जायेगा।