SD24 News Network
एनपीआर एनआरसी (NRC, CAA) पर बनी एकता ट्रंप DONALD TRUMP ने एक हमले में ख़त्म कर दी। अभी दो दिन पहले तक एनपीआर NPR की धूल उड़ा देने का दावा करने वालों के दिलों की दबी नफरतें दीवारें तोड़ कर निकल आई हैं। अगले एक महीने लोग अपने ग़म भुलाकर शिया सुन्नी SHIA SUNNI करेंगे। इसमें आने वाले दिनों में और इज़ाफा होगा क्योंकि न अमेरिका अपनी धरती पर युद्ध लड़ता है और न ईरान युद्ध को अपनी धरती पर आने देगा। लड़ाई इराक़, सऊदी, क़तर, तुर्की, बहरीन, क़ुवैत, जार्डन, सीरिया, लेबनान, इज़रायल समेत हर उस जगह लड़ी जाएगी जहां अमेरिकी सैन्य अड्डे हैं या ईरान के सहयोगी मिलीशिया। ईरान के निशाने पर हर वो सहयोगी होगा जो अमेरिका (America) की आर्थिक, कारोबारी और ऊर्जा ज़रूरतों से जुड़ा है तो अमेरिका ईरान (Iraq) के सहयोगियों को निशाना बनाएगा।
अमेरिका (America) के निशाने पर अल सद्र और हसन नसरुल्लाह होंगे। इधर (Iran) ईरान के निशाने पर ट्रंप भी हो सकता है, नेतन्याहू भी, हम्माद भी, तमीम भी और एमबीएस भी क्योंकि इनमें मरे कोई भी ईरान के लिए क़ीमत सुलेमानी बराबर ही है। लेकिन जिसे निबटाना आसान होगा उसी को निशाना बनाया जाएगा। ज़ाहिर है ट्रंप तो निबटने से रहा सो अपनी नफरतें थोड़ी और गाढ़ा कर लीजिए। ईद, बकरा ईद और मुहर्रम आगे पीछे ही आते हैं। जिनके घर ईद है वो कल क़ुर्बानी देंगे और परसों ग़म भी मनाएंगे। जिनके घर ग़म है उनके घर ईद भी आएगी। जब तक ये चक्र निबटेगा तब तक देसी डिटेंशन कैंप भी तैयार हो चुके होंगे। अमित शाह तब तक आपकी तशरीफ की चरबी जलाकर चुनावी गर्मी पैदा करने की योजना सफलतापूर्वक लागू कर चुका होगा। अल्लाह आपकी तशरीफों की हिफाज़त फरमाए 🙂