अब्दुर रहमान साहब के जज्बे की मैं कदर करता हूँ लेकिन ऐसे नाजुक हालात में उन्हें जोश से नही बल्कि हिकमत से काम लेना चाहिए था, अब्दुर रहमान साहब उसी समुदाय से आते है जिसे मोदी सरकार निशाना बना रही है ऐसे में अब्दुर रहमान जैसे लोगो का सिस्टम में होना बहुत जरूरी है, इनके इस्तीफे से मनुवादियों पर कोई फर्क नही पड़ेगा बल्कि वो बहुत खुश हो रहे होंगे! अब्दुर रहमान साहब को अपने इस्तीफे पर फिर से गौर करना चाहिए और सिस्टम में रहकर ही वो अपनी कौम और इंसानियत की भलाई के लिए काम कर सकते हैं! -संपादक
मुंबई. राज्यसभा में भी नागरिकता संशोधन विधेयक बहुमत से पारित हो गया है. जैसे ही राज्यसभा में विधेयक पारित हुआ वैसे ही मुंबई के महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अधिकारी अब्दुर रहमान ने अपना इस्तीफा दे दिया. बता दें, राज्यसभा में इस बिल के पक्ष में कुल 230 वोट पड़े, जिसमें पक्ष में 125 वोट और विपक्ष में 105 वोट पड़े. गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक चर्चा के लिए राज्यसभा में पेश करते हुए कहा कि भारत के मुसलमान देश के नागरिक थे, हैं और बने रहेंगे.
आईपीएस अधिकारी अब्दुर रहमान ने ट्वीट करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 संविधान की मूल विशेषता के विरुद्ध है. मैं इस विधेयक की निंदा करता हूं. मैंने कल से कार्यालय में उपस्थित नहीं होने का फैसला किया है. मैं आखिरकार सेवा छोड़ रहा हूं. अब्दुर रहमान ने आगे लिखा, “यह विधेयक भारत के धार्मिक बहुलवाद के खिलाफ है. मैं सभी न्यायप्रिय लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे लोकतांत्रिक तरीके से विधेयक का विरोध करें. यह संविधान की बहुत मूल विशेषता के खिलाफ है.
बता दें, नागरिकता संशोधन बिल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता (Indian Citizenship) प्राप्त करने की छूट देता है. लोकसभा में सोमवार को विधेयक 80 के मुकाबले 311 मतों से पारित हो गया था.
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