NRC वर्सेस CAA पर बड़ा खुलासा, CAA से हिन्दुओं को भी नहीं राहत
SD24 News Network
CAA वर्सेज NRC : CAA और NRC दोनों एक दूसरे के विपरीत हैं। इन दोनों के विरोधी और समर्थक एक साथ इन दोनों का विरोध और समर्थन कर रहे हैं। या तो ये दोनों वर्ग कन्फ्यूज हैं या ऐसा करवाया जा रहा है।
CAA विदेशी नागरिकों के लिए जबकि NRC देशी नागरिकों के लिए है।
CAA से से केवल विदेशी (तीन देशों के) नागरिकों को ही नागरिकता मिलेगी जो गैर मुस्लिम हैं, CAA का लाभ लेने के लिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश का नागरिक होना जरूरी है।
NRC का सम्बंध सभी भारतीय नागरिकों से है, जिसमें सभी नागरिकों को ये सिद्ध करना है कि भारतीय नागरिक हैं। जिन नागरिकों का नाम NRC में नहीं आएगा तो उनको CAA से कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि CAA भारतीय नागरिकों के लिए ऐप्लिकेबल नहीं है, इसलिए गैर मुसलमानों को भी CAA से कोई फायदा नहीं होगा। जो लोग दावा कर रहे हैं कि मुसलमानों को NRC से बाहर कर दिया जाएगा और हिंदुओं को CAA से नागरिकता दे दी जाएगी उनकी जानकारी गलत है वे केवल भ्रम फैला रहे हैं।
और रही बात NRC लागू करने की तो सरकार इसको प्रायोजित विरोध (गृहमंत्री ने बयान दिए ही इसलिए थे, जिससे मुसलमान इसके विरोध में आएं और एक बड़ी आबादी NRC के समर्थन में आएं) के बाद केवल शेड्यूल्ड एरिया में ही लागू करेगी। शिड्यूल्ड एरिया में NRC लागू होने से बड़े पैमाने पर आदिवासी जंगलों से खदेड़े जाएंगे, उस समय देश की सेक्युलर गैंगे चुप रहेगी हमेशा की तरह।
आदिवासियों की रजिस्टेंस पावर के सामने आज भी सरकारी लूट मनमाफिक नहीं हो पा रही है इसलिए लुटेरों को इस रजिस्टेंस पावर को कमजोर करना जरूरी हो गया है। NRC इसी जरूरत को पूरा करने का इंतजाम है।
-विकास राठोड, आगरा, उत्तर प्रदेश