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सरकार नहीं कर सकी साबित निजामुद्दीन से फैला वायरस
आज उत्तरप्रदेश सरकार की प्रेस रिलीज़ में जनपदवार उन पीडितों की संख्या का उल्लेख नहीं किया गया है जिनका संबंध जमात तबलीग से बताया जा रहा है। देखें फोटो
आज प्रेस रिलीज में सबसे अंत में लिखा है– “आज तक तबलीग जमात, इनसे संबंधित व्यक्ति तथा इनके संपर्क में आए अन्य व्यक्तियों में से कुल पुष्ट रोगी = 814”
कल की प्रेस रिलीज़ में यह संख्या 781 बताई गई थी जो आज बढ़ कर 814 हो गई। ये संकेत है कि इस संख्या में एक ही दिन में 33 की बढ़त हुई। आज कानपुर नगर के एक मदरसे में बच्चों के संक्रमण पीड़ित होने की भी खबर है।
इस पर टिप्पणी बाद में करूंगा। मगर इससे समझ में ये बात आती है कि इन 814 व्यक्तियों में सारे व्यक्ति वो नहीं है जो नई दिल्ली मरकज गए थे या वहां से आए थे। सवाल ये है कि ऐसे लोग जो वास्तव में जमात मरकज 13 – 15 मार्च के बीच गए, उनकी तादात कितनी है।
तबलीग मरकज को बंद हुए लगभग 28 दिन हो चुके हैं। आज जो भी लोग नए पॉजिटिव बताए जा रहे हैं उनका सीधा संबंध मरकज तबलीग से नहीं हो सकता क्यूं कि इस रोग के लक्षण 14 – 28 दिन के भीतर बखूबी ज़ाहिर हो जाते हैं। इसलिए अब किसी नए मरीज़ को मरकज से जोड़ा जाने का कोई औचित्य नहीं है, पहले भी जो जोड़ा गया है वह भी जांच का विषय है।
आज कुल 84 नए मामले आए। अब तक कुल 140 लोग डिस्चार्ज चुके हैं । कुल सक्रिय मामले अब 1026 हैं जिन में (कथित रूप से इनमें 814 तब्लीगी जमात के संपर्क में आए लोग हैं ) लोगों में अभी संक्रमण सक्रिय है। इनमें ऐसे कितने लोग हैं जिनको 28 दिन से ज़्यादा Qurantine में रहते हुए हो चुके हैं , उनकी दशा में सुधार है अथवा नहीं, क्या उनको सम्पूर्ण चिकित्सा सुविधाएं मिल रही हैं ?
आज की स्थिति : नए मामले
पश्चिमी उत्तर प्रदेश = कुल 47 आगरा 1, गाजियाबाद 5, गौतमबुद्ध नगर 5, , मेरठ 1, सहारनपुर 19, फ़िरोज़ाबाद 10, रामपुर 1, बदांयू 5, बुलंदशहर 3, हापुड़ 1, बिजनौर 4, मथुरा 1, अमरोहा 7, एटा 3, मध्य उत्तरप्रदेश = 35 लखनऊ 2, कानपुर नगर 30 , कन्नौज 1, सुल्तानपुर 1, औरैया 1, पूर्वी उत्तरप्रदेश वाराणसी 1, आजमगढ़ 1,
कोरोना संक्रमण से 1 मौत आज हुई हैं जिससे कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। ये मृत्यु मुरादाबाद जनपद में हुई हैं।
इस तरह अब तक आगरा में 6, लखनऊ में 1, कानपुर नगर 1, मुरादाबाद 3, वाराणसी 1, मेरठ 3, बुलंदशहर 1, बस्ती 1, फ़िरोज़ाबाद 1 मृत्यु हुई हैं। अन्तिम आंकड़े जब भी आएंगे, बहुत गहन अध्ययन करने वाले होंगे।
सवाल 1 : ऐसे मूल जमात तबलीग की व्यक्ति कितने हैं जो तबलीग मरकज से उत्तरप्रदेश आए । उनमें विदेशी कितने और भारतीय कितने हैं। उनकी प्रथम पॉजिटिव रिपोर्ट कब अाई और अंतिम परिणाम क्या रहा, अब वे कहां और किस स्थिति में हैं ?इनकी ट्रैवल हिस्ट्री क्या है ? इन में कितने लोग मर गए ?
सवाल 2 : उपरोक्त लोगों से सीधे तौर पर कितने लोग संपर्क में आए और वे किस तरह संक्रमित हुए। उनकी प्रथम व अंतिम रिपोर्ट क्या रही और कितने लोग इनमें मर गए।
सवाल 3: सवाल नंबर 2 में उल्लेखित लोगों के संपर्क में ये लोग किस तरह संपर्क में आए, किस तरह संक्रमित हुए, इनकी प्रथम व अंतिम रिपोर्ट क्या रही और कितने लोग इनमें मारे गए।
सवाल 4: कोरोना वायरस अति महीन होता है जो आंखों से तो क्या स्पर्श से भी महसूस नहीं होता। ऐसी स्थिति में यदि किसी जगह ऐसा वायरस किसी को संक्रमित करता है तो ये कैसे माना जा सकता है कि किसी व्यक्ति ने जानबूझ कर महामारी को फैलाया है। यानि किसी को बीमार करने के लिए , कोई खुद को पहले संक्रमित क्यूं करेगा। अपराध शास्त्र के अनुसार अपराधी की नीयत अपराध करने की होनी चाहिए। अगर कोई अचानक, अनजाने में खुद संक्रमित हो गया है तो वह अपराधी कैसे ठहराया जा सकता है। तब्लीगी मरकज के किसी व्यक्ति ने चीन से या कहीं से भी इस वायरस का आयात नहीं किया था और न ही ये उनके जिस्म से जन्मा था। ये वायरस कोई वस्तू नहीं है। अभी कोई पुख्ता सबूत इसका नहीं है कि ये वायरस तब्लीगी मरकज से ही शुरू होकर सभी जगह फैला।
असद हयात
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